चंडीगढ़ में ठंड बढ़ने से उठी नाइट शेल्टर की मांग, एक करोड़ से ज्यादा राशि खर्च करेगा नगर निगम
नगर निगम इस बार भी सर्दी में बेघर लोगों के लिए अस्थायी नाइट शेल्टर बनाने के लिए एक करोड़ 18 लाख रुपये का टेंडर निकाला है। हर साल निगम ने 100 दिन के लिए बनाए जाने वाले इन शेल्टर पर एक करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च करता है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। शहर में ठंड दस्तक दे चुकी है। रातें ज्यादा ठंडी हो रही हैं। ठंड बढ़ने से नाइट शेल्टर बनाने की मांग उठने लग गई है जबकि नगर निगम ने अभी तक शेल्टर बनाने की प्रक्रिया भी शुरू नहीं की है। युवा कांग्रेस ने अस्थायी नाइट शेल्टर को लेकर भाजपा शासित चंडीगढ़ प्रशासन व नगर निगम को आड़े हाथ लिया है।
युवा कांग्रेस नेता सुनील यादव व महासचिव विनायक बंगीआ ने कहा कि अधिकारियों की सुस्ती के कारण बेघर गरीब और मेहनतकश मजदूर वर्ग के लोग और पीजीआइ, जीएमएसएच-16, जीएमसीएच-32 में साथ लगते कई प्रदेशों के लोग स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आते हैं, लेकिन सर्दियों में मरीज के साथ आए तीमारदारों को खुले में रात गुजारना काफी मुश्किल होता है और मरीजों के तीमारदार आजकल रातें खुले आसमान के नीचे ठिठुरने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी वर्ग संवेदनहीन हो चुका है। जब पता है कि हर साल रैन बसेरों की जरूरत पड़ती है तो फिर अक्टूबर में ही टैंडर प्रक्रिया व अन्य औपचारिकताएं पूरी कर लेनी चाहिए।
100 दिन के लिए बनेंगे नाइट शेल्टर, खर्च होंगे एक करोड़ से ज्यादा
नगर निगम इस बार भी सर्दी में बेघर लोगों के लिए अस्थायी नाइट शेल्टर बनाने के लिए एक करोड़ 18 लाख रुपये का टेंडर निकाला है। जबकि लोगों ने यह बनाए जाने वाले शेल्टर पर सवाल खड़ा किया है। हर साल नगर निगम ने 100 दिन के लिए बनाए जाने वाले इन शेल्टर पर एक करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च करता है। लोगों का कहना है कि इस राशि को बचाया जा सकता है। इस समय शहर में सरकारी स्कूल, भवन और कम्युनिटी सेंटर है जिन्हें रात के समय शेल्टर के तौर पर प्रयोग किया जा सकता है। नगर निगम पहले से वित्तीय संकट से जूझ रहा है। नगर निगम के अनुसार इस बार एक दिसंबर से शहर में दस नाइट शेल्टर बनाए जाएंगे। इंजीनियरिंग विंग के अनुसार शेल्टर पूरी तरह से फायर प्रूफ होगा। लोगों का कहना है कि हर साल अस्थायी शेल्टर पर फिजूलखर्ची की जा रही है। उनका कहना है कि इतनी राशि में तो नगर निगम खुद का ही सामान खरीद सकता है, लेकिन ऐसा न करके एमसी शहरवासियों का पैसा बर्बाद कर रहा है।
यहां पर बनाएं जाएंगे शेल्टर
यह नाइट शेल्टर पीजीआइ, सेक्टर-19, सेक्टर-43 आइएसबीटी, सेक्टर-30 के साईं मंदिर, सेक्टर-9, सेक्टर-16, रेलवे स्टेशन और शहर के अन्य स्थानों में बनाए जाएंगे।