चंडीगढ़ नगर निगम कमिश्रर ने की गारबेज क्लेक्टर्स की तारीफ, कहा- यह हैं एमसी के सिपाही

कमिश्नर अनंदिता मित्रा ने कहा कि गारबेज कलेक्टर नगर निगम के सिपाही हैं और इस महामारी के संकटकालीन दौर में भी शहर को साफ रखने के लिए मेहनत कर रहे हैं। इनके दृढ़ इरादे के बिना अलग-अलग करके कूड़ा इकट्ठा करने का लक्ष्य प्राप्त नहीं किया जा सकता।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 01:51 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 01:51 PM (IST)
चंडीगढ़ नगर निगम कमिश्रर ने की गारबेज क्लेक्टर्स की तारीफ, कहा- यह हैं एमसी के सिपाही
करीब 85 कर्मचारियों ने वर्कशॉप में हिस्सा लिया।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। इस समय शहर में सूखा और गीले कचरे का सेग्रीगेशन सिस्टम चल रहा है। हालांकि इसमें कई तरह की खामियां भी सामने आ रही हैं, लेकिन नगर निगम अब तक चले इस सिस्टम से खुश है। नगर निगम ने इस सिस्टम के लिए 34 करोड़ में 399 गाड़ियां खरीदी हैं। निगम ने सूखा और गीला कचरे के सेग्रीगेशन सिस्टम पर वर्कशाप का आयोजन किया। इस वर्कशाप में निगम कमिश्नर आनंदिता मित्रा और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। आनंदिता मित्रा ने गारबेज क्लेक्टर्स के कार्यों की सराहना की और कहा कि इन कर्मचारियों की बदौलत हम स्वच्छता का लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।

इस कार्यशाला में कमिश्नर अनंदिता मित्रा ने कहा कि गारबेज कलेक्टर नगर निगम के सिपाही हैं और इस महामारी के संकटकालीन दौर में भी शहर को साफ रखने के लिए मेहनत कर रहे हैं। कूड़ा इकट्ठा करने वालों के समर्पण और दृढ़ इरादे के बिना अलग-अलग करके कूड़ा इकट्ठा करने का लक्ष्य प्राप्त नहीं किया जा सकता। घर-घर जाकर कूड़ा इकट्ठा करने वाले ठोस अवशेष प्रबंधन का अटूट अंग हैं और उनका मुख्य फर्ज है कि वह सभ्यक ढंग अपनाकर अलग-अलग करके ही घरों से कूड़ा इकट्ठा करें।

उन्होंने कहा कि इस कूड़े का लगभग एक चौथाई हिस्सा प्लास्टिक और कागज होता है और अगर इस कचरे का कूड़ा उत्पन्न होने वाली जगह पर ही सही ढंग के साथ निपटारा कर दिया जाए और अलग-अलग करने के उपाय अपनाए जाएं तो मौजूदा समय के कुल कचरे में से 20 प्रतिशत कूड़ा घटाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता प्रणालियों में और बेहतरी के उद्देश्य के साथ ऐसी क्षमता निर्माण वर्कशॉप नियमत रूप में जारी रहेंगी। स्वच्छ भारत मिशन के अधीन इस वर्कशॉप ने सॉलिड वेस्ट (ठोस कूड़ा) इकट्ठा करने वालों को शिक्षा और जागरूकता प्रदान करने का मौका दिया है। घर-घर जाकर कूड़ा इकट्ठा करने वाले करीब 85 कर्मचारियों ने वर्कशॉप में हिस्सा लिया।

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