Chandigarh: डेवलपमेंट वर्क से सप्लाई चेन नहीं होगी प्रभावित, लिडार बेस्ड मैप से क्लिक पर मिलेगी सभी जानकारी
चंडीगढ़ के एक ही मैप पर अब आप कई तरह की जानकारी हासिल कर सकेंगे। फिर चाहे वह रोड नेटवर्क हो ट्रैफिक मैनेजमेंट आपराधिक घटना स्थल पर पहुंचने का फास्टेस्ट रूट खोजना यह सभी इस मैप पर उपलब्ध रहेगा।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। जमीन की सतह के नीचे सीवरेज लाइन कितनी गहराई पर और कहां तक है, ऑप्टिकल फाइबर केबल कहां है या पाइप नेचुरल गैस की सप्लाई कहां से हो रही है इस तरह की जानकारी के लिए पहले काफी माथापच्ची करनी पड़ती थी। कई बार डेवलपमेंट वर्क की वजह से इन सभी लाइनों को नुकसान पहुंचने यह बाधित तो होती ही थी, साथ ही मेंटेनेंस की वजह से खर्च भी बढ़ जाता था।
अब ऐसा नहीं होगा। काम शुरू करने से पहले ही इस तरह की सभी जानकारी मिल जाएगी। जमीन की सतह के नीचे ही नहीं ग्रीन कवर्ड एरिया और रोड संबंधी पूरी जानकारी क्लिक पर होगी। इतना ही नहीं आपात स्थिति और दुर्घटना स्थल से अस्पताल पहुंचने के फास्टेस्ट रोड भी क्लिक पर पता चल जाएंगे। चंडीगढ़ के एक ही मैप पर अब आप कई तरह की जानकारी हासिल कर सकेंगे। फिर चाहे वह रोड नेटवर्क हो, ट्रैफिक मैनेजमेंट, आपराधिक घटना स्थल पर पहुंचने का फास्टेस्ट रूट खोजना यह सभी इस मैप पर उपलब्ध रहेगा। गति शक्ति प्रोजेक्ट लांचिंग के स्टेट लेवल फंक्शन में इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी डायरेक्टर नितिका पवार ने प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित को प्रेजेंटेशन के जरिये यह जानकारी दी।
लिडार टेक्नोलॉजी बेस्ड मैप तैयार
नितिका पावर ने बताया कि लाइट डिटेक्शन एंड रेंजिंग (लिडार) बेस्ड मैपिंग का काम पूरा हो चुका है। यह टेक्नोलॉजी थ्री डाइमेंशनल इंफोर्मेशन के साथ किसी भी एरिया का हाई एक्यूरेसी मैप तैयार करने में सहायता करती है। इसमें टूरिस्ट इनफ्लो मैपिंग, स्कूल और एजुकेशनल सेंटर के लिए साइट सही है या नहीं इसका विश्लेषण करने में मदद मिलेगी। नितिका पवार ने बताया कि इस तरह की जानकारी देने वाला यह हाईटेक मैप अक्टूबर के आखिर तक तैयार हो जाएगा। जमीन में कहां सिवरेज लाइन है कहां हाई टेंशन वायर और ग्रीन कवर यह सब जानकारी इस मैप से मिल जाएगी।