Coronavirus effect : अभिभावकों के हाथ लगी निराशा, सरकारी स्कूलों ने नहीं जारी किया बच्चों का Result
रिजल्ट की जानकारी सभी बच्चों को मैसेज द्वारा भेज दी गई थी लेकिन सरकारी स्कूलों ने स्टूडेंट के रिजल्ट नहीं दिए।
चंडीगढ़, [वैभव शर्मा]। 31 मार्च के आते ही स्कूल में पढ़ रहे छात्रों के अभिभावकों को उनके रिजल्ट की चिंता सताने लगती है। इस दिन पता चलता है कि उनके बच्चों जो पूरा साल मेहनत की है, उसका क्या नतीजा आया। लेकिन इस बार माता-पिता के हाथ रिजल्ट नहीं बल्कि निराशा लगी। इसका कारण यह था कि शहर के सरकारी स्कूलों ने अपनी कक्षाओं का रिजल्ट पेरेंट्स को नहीं दिया। इसके उलट शहर के ज्यादातर प्राइवेट स्कूलों ने 9वी और 11वीं कक्षा के रिजल्ट 31 मार्च से पहले ही घोषित कर दिए थे। रिजल्ट की जानकारी सभी बच्चों को मैसेज द्वारा भेज दी गई थी, लेकिन सरकारी स्कूलों ने स्टूडेंट के रिजल्ट नहीं दिए। बच्चों के दाखिले के समय रजिस्टर्ड किए गए मोबाइल नंबर पर रिजल्ट न देने मैसेज भेजे जा रहे हैं।
शिक्षा विभाग द्वारा कुछ दिन पहले ही कक्षा एक से आठवीं तक के रिजल्ट को डिजिटल तरीके से देने की घोषणा की गई थी। उसके बावजूद रिजल्ट ना दिए जाने की सूचना स्कूल प्रशासन द्वारा पेरेंट्स को मैसेज द्वारा दी जा रही है। शहर की कई सरकारी स्कूलों द्वारा पेरेंट्स और टीचर का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया हुआ है, जिसमें यह जानकारी शेयर की जा रही है।
डिजिटल रिजल्ट घोषित न करने की बताई जा रही यह वजह
स्कूलों द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप में पेरेंट्स को मैसेज भेजा जा रहा है। इस मैसेज में स्कूल प्रशासन द्वारा तर्क दिया जा रहा है कि कोरोना वायरस के चलते 31 मार्च को होने वाली पेरेंट्स टीचर मीटिंग को रद्द किया गया है और इसी कारण रिजल्ट भी घोषित नहीं किया गया।
स्कूल खुलने के बाद ही रिजल्ट की हो पाएगी घोषणा
मैसेज में पेरेंट्स को बताया जा रहा है कि उनके बच्चों का रिजल्ट स्कूल खुलने के बाद ही दिया जाएगा। जहां एक और शिक्षा विभाग ने डिजिटल रिजल्ट घोषित करने के आदेश दिए थे, वही स्कूल प्रशासन ने शिक्षा विभाग के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए रिजल्ट घोषित नहीं किया। हालांकि इन सब के बीच कुछ स्टूडेंटस ऐसे भी है, जिनका रिजल्ट उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा गया है। बच्चों का कहना था कि उनका रिजल्ट दोपहर 12 बजे तक उनके मोबाइल पर मिल गया था।
हेल्पलाइन नंबर पर लगातार बज रही घंटियां
शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर पर सुबह से ही पेरेंट्स ने रिजल्ट लेने के लिए कॉल करनी शुरू कर दी थी। विभाग द्वारा सिर्फ छह शिक्षकों के नंबर हेल्पलाइन के तौर पर जारी किए गए हैं। जिन भी पेरेंट्स ने इन नंबरों पर कॉल करें उन्हें संबंधित शिक्षक द्वारा स्कूल प्रशासन से संपर्क करने की जानकारी दी गई।
9वी और 11वीं कक्षा के स्टूडेंट्स को भी नहीं मिला रिजल्ट
पहली से आठवीं क्लास के स्टूडेंट्स को जहां डिजिटल रिजल्ट प्राप्त नहीं हुआ, वही 9वी और 11वीं कक्षा के स्टूडेंट्स भी इससे महरूम ही रहे। शहर के कई सरकारी स्कूलों ने दोपहर तीन बजे तक अपनी वेबसाइट पर 9वी और 11वीं कक्षा के रिजल्ट अपलोड नहीं किए।
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