जरूरतमंदों को खाना मुहैया कराने के लिए आगे आया शिक्षा विभाग
कोविड-19 की वजह से देशभर में हुए लॉकडाउन से जरूरतमंदों को खाने और राशन का सामान नहीं मिल पा रहा है।
वैभव शर्मा, चंडीगढ़
कोविड-19 की वजह से देशभर में हुए लॉकडाउन से जरूरतमंदों को खाने और राशन का सामान नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में यूटी शिक्षा विभाग की ओर से शहर के मीड-डे मिल स्कूलों में नई योजना शुरू करने का प्रशसंनीय कदम उठाया है। अब शहर के स्कूलों के मिड-डे मील किचन से रोजाना करीब 12 हजार जरूरतमंद लोगों के लिए खाना तैयार करने की योजना बनाई गई है। हालांकि अभी तीन स्कूलों में रोज करीब 4 हजार लोगों के लिए खाना बन रहा है। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी अलका मेहता ने बताया कि शिक्षा विभाग के निर्देशों का पालन करते हुए अभी शहर के तीन स्कूलों में ही यह काम शुरू किया गया है। इन सात स्कूलों में पकेगा जरूरतमंदों के लिए भोजन
शहर के जिन तीन स्कूलों के मिड-डे मील किचन से बीते 16 अप्रैल से जरूरतमंदों के लिए खाना पकना शुरू किया गया है। उनमें जीएमएसएसएस-26 (टिबर मार्केट), जीएमएसएसएस-10 और जीएमएचएस-42 शामिल हैं। इनके अलावा बाकी चार स्कूल जीएमएसएसएस-15, 44, 47 और जीएमएचएस-38 में जल्द ही यह योजना शुरू कर दी जाएगी। इन स्कूलों में कल्स्टर किचन हैं, जो कि अपने आसपास के 5 से 6 स्कूलों के लिए मिड-डे मील बनाते हैं। सुबह और शाम की शिफ्ट में बनाया जा रहा भोजन
इन तीनों रसोईयों में डीसी कार्यालय के आदेशों पर असिस्टेंट इस्टेट ऑफिसर मनीष कुमार लोहान की निगरानी में सामुदायिक खाना तैयार किया जा रहा है। इस दौरान करीब 16 वर्कर खाना तैयार कर रहे हैं। जिनमें सुबह और शाम को खाना तैयार करने के लिए 8-8 कर्मचारी आते हैं।