नौकरी से निकाले कर्मचारी के खिलाफ Chandigarh DEO नीना कालिया ने दर्ज कराई FIR, जानें मामला

चंडीगढ़ शिक्षा विभाग में कांट्रेक्ट पर काम करने वाले फोर्थ क्लास कर्मचारी धनी राम को जुलाई 2020 में नौकरी से निकाला गया था। नौकरी से निकालने मुख्य कारण कांट्रेक्टर अमन सिक्योरिटी की तरफ से काम पर बने रहने के लिए पैसे की डिमांड थी।

By Ankesh KumarEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 02:00 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 02:00 PM (IST)
नौकरी से निकाले कर्मचारी के खिलाफ Chandigarh DEO नीना कालिया ने दर्ज कराई FIR, जानें मामला
नौकरी से निकाले कर्मचारी के खिलाफ डीईओ नीना कालिया ने दर्ज करवाया केस।

चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ शिक्षा विभाग की जिला शिक्षा अधिकारी नीना कालिया ने फोर्थ क्लास कर्मचारी धनी राम और फोर्थ क्लास यूनियन प्रधान रंजीत मिश्रा के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराई है। यह शिकायत सात अप्रैल 2021 को सेक्टर-19 स्थित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की छत पर धनी राम द्वारा किए गए आत्मदाह के प्रयास के चलते दर्ज कराई गई है। शिकायतकर्ता डीईओ नीना कालिया ने बताया कि फोर्थ क्लास यूनियन के प्रेसिडेंट और विभिन्न कर्मचारियों ने डीईओ ऑफिस में हंगामा किया और काम को बाधित किया।

चंडीगढ़ शिक्षा विभाग में कांट्रेक्ट पर काम करने वाले फोर्थ क्लास कर्मचारी धनी राम को जुलाई 2020 में नौकरी से निकाला गया था। नौकरी से निकालने मुख्य कारण कांट्रेक्टर अमन सिक्योरिटी की तरफ से काम पर बने रहने के लिए पैसे की डिमांड थी। पैसे नहीं देने पर धनी राम की अपनी नौकरी गंवानी पड़ी थी। उस समय धनी राम गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल सेक्टर-42 में तैनात थे। 

अपने साथ हुए इस अन्याय के खिलाफ धनीराम ने जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत दी। शिकायत के बाद धनी राम को नवंबर 2020 में गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल सेक्टर-46 में नियुक्त किया गया, लेकिन एक महीना काम करवाने के बाद बिना सैलरी के वहां से भी निकाल दिया गया। इससे परेशान होकर पहले धनी राम ने डीईओ ऑफिस की छत पर चढ़कर पेट्रोल छीड़कर आत्मदाह का प्रयास किया। इसके बाद फोर्थ क्लास यूनियन के प्रधान रंजीत मिश्रा और धनी राम ने गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल सेक्टर-46 की इंचार्ज इंदू और गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल सेक्टर-42 की इंचार्ज नवनीत कौर पर भी गलत तरीके से पैसे देकर काम पर बने रहने की शिकायत दी थी।

यूनियन प्रेसिडेंट रंजीत मिश्रा के अनुसार विभाग के अधिकारियों को शिकायत देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे यह साफ हो गया कि विभाग के सभी अधिकारी कांट्रेक्टर के साथ मिले हुए हैं। कांट्रेक्टर अमन सिक्योरिटी के खिलाफ वर्ष 2020 में ही करीब एक सौ से ज्यादा शिकायतें दी गई हैं, है लेकिन शिक्षा विभाग ने कांट्रेक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। 

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