Chandigarh Rose Festival : चंडीगढ़ में रोज फेस्टिवल होगा या नहीं.. आज होगा फैसला
चंडीगढ़ में रोज फेस्टिवल होगा या नहीं इसका निर्णय बुधवार को होने वाली सदन की बैठक में लिया जाएगा। अधिकारी इस बार कोरोना काल के कारण फेस्टिवल मनाने के मूड में नहीं है। ऐसे में सदन में मौजूद पार्षद इस पर निर्णय लेंगे।
चंडीगढ़, जेएनएन। शहर में फरवरी माह के तीसरे सप्ताह में इस बार रोज फेस्टिवल होगा या नहीं, इसका निर्णय बुधवार को होने वाली सदन की बैठक में लिया जाएगा। जबकि अधिकारी इस बार कोरोना काल के कारण फेस्टिवल मनाने के मूड में नहीं है। ऐसे में सदन में मौजूद पार्षद इस पर निर्णय लेंगे। अधिकारियों की ओर से रोज फेस्टिवल को लेकर प्रस्ताव लेकर आया गया है, जिस पर 8 लाख खर्च का अनुमान भी प्रस्ताव में शामिल है।
पिछले 50 साल से रोज फेस्टिवल हर साल मनाया जाता है। जिसका उद्घाटन प्रशासक की ओर से होता है। यह फेस्टिवल 3 दिन तक चलता है, जिसमें 2 से तीन लाख लोग शामिल होते हैं। इस फेस्टिवल में भाग लेने के लिए लोग पंजाब और हिमाचल से भी आते हैं। इस फेस्टिवल में कई तरह की प्रतियोगिताएं भी करवाई जाती हैं। प्रतियोगिता के अलावा रोज फेस्टिवल में हर साल चौपर पर आकर्षण का केंद्र रहता है जिसमें लोग चौपर पर पर शेयर करके शहर को आसमान से देखते हैं।
मालूम हो कि इस बार रोज फेस्टिवल को मनाने के लेकर पार्षदों के भी अलग-अलग विचार हैं। जबकि कांग्रेस पार्षद सतीश कैंथ और शीला फूल सिंह की ओर से इस पर एतराज जताया जा रहा है कि रोज फेस्टिवल ना मनाया जाए, क्योंकि नगर निगम में वित्तीय संकट है। कोरोना काल के कारण लोगों की भीड़ भी ज्यादा रहेगी। कांग्रेस पार्षद सतीश कैंथ का कहना है कि नगर निगम के पास शहर के विकास के काम करवाने के लिए फंड नहीं है और ऊपर से 80 लाख रुपए रोज फेस्टिवल पर खर्च करना ठीक नहीं है।
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