सिद्धू के अध्यक्ष बनने से चंडीगढ़ कांग्रेस की उम्मीदें बढ़ी, निगम चुनाव में प्रचार के लिए सिद्धू को बुलाने की तैयारी

नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस पार्टी का नया अध्यक्ष बनाए जाने के बाद चंडीगढ़ कांग्रेस की उम्मीदों को भी पंख लगे हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि सिद्धू को दिसंबर में होने वाले नगर निगम चुनाव में पार्टी के प्रचार के लिए बुलाया जाएगा।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 10:42 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 10:42 AM (IST)
सिद्धू के अध्यक्ष बनने से चंडीगढ़ कांग्रेस की उम्मीदें बढ़ी, निगम चुनाव में प्रचार के लिए सिद्धू को बुलाने की तैयारी
पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू। (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस के नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को अध्यक्ष बनाए जाने पर चंडीगढ़ कांग्रेस (Chandigarh Congress) ने भी खुशी जाहिर की है। पार्टी नेताओं का मानना है कि इस फैसले से चंडीगढ़ कांग्रेस को भी फायदा मिलेगा। इस साल दिसंबर में होने वाले चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव (Chandigarh MC Polls) में सिद्धू को प्रचार के लिए लाया जाएगा।

नए पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने ने 2019 के लोकसभा चुनाव में चंडीगढ़ से टिकट भी मांगी थी। उन्होंने उस समय शहर में जमीन तैयार करने के लिए प्रचार करना भी शुरू कर दिया था। लेकिन पार्टी ने वरिष्ठ पार्टी नेता पवन कुमार बंसल पर विश्वास जताया था, हालांकि उन्हें भी हार का मुंह देखना पड़ा था। कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला का कहना है कि सिद्धू का नगर निगम चुनाव में पूरा फायदा लिया जाएगा।

प्रमुख सिख किसान नेता, अखिल भारतीय जाट महासभा की चंडीगढ़ इकाई के अध्यक्ष और महासभा के राष्ट्रीय प्रतिनिधि एस राजिंदर सिंह बडहेड़ी ने नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में उनकी नई नियुक्ति के लिए बधाई दी है। बडहेड़ी ने कहा कि वह पहले से ही चाहते थे कि राज्य कांग्रेस की बागडोर एक जाट सिख को सौंप दी जाए। कुछ समय पहले उन्होंने पंजाब में कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत से मुलाकात की थी और तब भी उन्होंने मांग की थी कि पंजाब कांग्रेस की कमान एक जाट सिख नेता को सौंप दी जाए।

बडहेड़ी ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू पहले से ही अखिल भारतीय जाट सिख महासभा की पंजाब इकाई की महिला विंग की अध्यक्ष हैं। अब पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिद्धू को अपने अंदरूनी मतभेदों को भुलाकर पार्टी की एकता के लिए काम करना चाहिए। बडहेड़ी ने कहा कि अब कांग्रेस पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं प्रताप सिंह बाजवा औरशमशेर सिंह दूल्लों को भी ठीक से समायोजित किया जाना चाहिए। अभी से पंजाब विधानसभा चुनाव-2022 लड़ने की तैयारियां करनी होंगी, तभी हम बादलों के अकाली दल और भाजपा को हरा पाएंगे।

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