आयुध निर्माणी संस्था के निजीकरण के विरोध में कांग्रेस, चंडीगढ़ भाजपा के खिलाफ आज खोलेगी मोर्चा

निजीकरण के मामले को लेकर चंडीगढ़ कांग्रेस भाजपा के खिलाफ आज अपना विरोध जाहिर करेगी। कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला और पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह बबला ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधते हुए कई आरोप लगाए हैं।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 09:42 AM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 09:42 AM (IST)
आयुध निर्माणी संस्था के निजीकरण के विरोध में कांग्रेस, चंडीगढ़ भाजपा के खिलाफ आज खोलेगी मोर्चा
सेक्टर-29 में भाजपा नेता आयुध निर्माणी संस्था के निजीकरण समारोह आयोजित करने जा रहे हैं।

जागरण  संवाददाता, चंडीगढ़। निजीकरण के मामले को लेकर चंडीगढ़ कांग्रेस भाजपा के खिलाफ आज अपना विरोध जाहिर करेगी। कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला और पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह बबला ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधते हुए कई आरोप लगाए हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा सभी सरकारी संस्थाओं को निजीकरण करती जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार 200 साल पुरानी आयुध निर्माणी (केबल फैक्ट्री) का निजीकरण करने जा रही है, जिसमें 74 हजार कर्मचारी काम कर रहे हैं। ये वो संस्था है जिसमें भारतीय सेना के जवानों के जूते से लेकर टैंक बनाए जाते हैं। शुकवार को सेक्टर-29 में भाजपा नेता आयुध निर्माणी संस्था के निजीकरण समारोह आयोजित करने जा रहे हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि वह इसका विरोध करेंगे। 

कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला का कहना है कि साल 2014 में जब भाजपा चुनाव लड़ रही थी तो प्रधानमंत्री ने कहा था कि वह किसी सरकारी भी संस्था का निजीकरण नहीं होने देंगे। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि आज बीएसएनएल, बिजली विभाग, हवाई सेवा, तेल विभाग, सफाई व्यवस्था और ना जाने कितने विभाग का निजीकरण कर के कर्मचारियों के साथ अन्याय किया। आयुध विभाग के कर्मचारी अपनी आवाज नहीं उठा सकते। ऐसे सख्त कानून बनाए गए हैं कि कोई भी आवाज उठाएगा उसको नौकरी से निकाल दिया जाएगा।

उनका कहना है कि विभाग के कर्मचारी दबी आवाज से कह रहे हैं कि हमारे साथ अन्याय हो रहा है। उनका कहना है कि कांग्रेस भाजपा से पूछती है कि ऐसी क्या नौबत आ गई है कि केंद्र सरकार को आयुध निर्माणी का निजीकरण करना पड़ रहा है। यह वह संस्था है जिसका एक विभाग बोफोर्स तोप बनाता है जिससे कारगिल की लड़ाई जीती थी। यह एक ऐसी संस्था है यहां पर जितना काम दिया जाता है अगर ये पूरा ना करें तो इनके पैसे काट लिए जाते हैं।

chat bot
आपका साथी