चंडीगढ़ कांग्रेस प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक आज, छाबड़ा के शामिल होने पर बवाल के आसार, डीडी जिंदल ने लिखा पत्र

चंडीगढ़ कांग्रेस के नेताओं के बीच अभी तल्खी कम नहीं हुई है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा पर पहली बार बंसल गुट ने जुबानी हमला किया है। बंसल गुट के सीनियर नेता डीडी जिंदल छाबड़ा द्वारा लगाए आरोपों के बचाव में उतरे हैं।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 09:55 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 09:55 AM (IST)
चंडीगढ़ कांग्रेस प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक आज, छाबड़ा के शामिल होने पर बवाल के आसार, डीडी जिंदल ने लिखा पत्र
कांग्रेस नेता डीडी जिंदल ने प्रदीप छाबड़ा के आरोपों को लेकर उन्हें पत्र लिखा है।

राजेश ढल्ल, चंडीगढ़। चंडीगढ़ कांग्रेस के नेताओं के बीच अभी तल्खी कम नहीं हुई है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा पर पहली बार बंसल गुट ने जुबानी हमला किया है। बंसल गुट के सीनियर नेता डीडी जिंदल छाबड़ा द्वारा लगाए आरोपों के बचाव में उतरे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल के करीबी जिंदल ने छाबड़ा को पत्र लिखकर कहा है कि वह मजबूर होकर पत्र लिख रहे हैं क्योंकि जो आजकल चल रहा है कि वह पार्टी के हित में नहीं है। अध्यक्ष सुभाष चावला ने वीरवार दोपहर को नई प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है, जिसमें पवन बंसल सहित कार्यकारिणी नए 133 पदाधिकारी भी शामिल होंगे। इस बैठक के लिए पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा को भी न्योता भेजा गया है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर प्रदीप छाबड़ा बैठक में शामिल होते हैं तो बवाल हो सकता है।  

जिंदल ने कहा है कि एक तरफ तो छाबड़ा कहते हैं कि वह कांग्रेसी हैं और आगे भी रहेंगे, लेकिन वह आजकल जो कर रहे हैं उससे पार्टी की छवि खराब हो रही है। छाबड़ा हमेशा बंसल को अपना राजनीति गुरु कहते थे, लेकिन आज वह अध्यक्ष पद से हट गए तो उनका नजरिया बदल गया है। छाबड़ा वह दिन याद करिए जब विरोधियों ने आप का नाम बूथ घोटाले में घसीटा था तो बंसल सहित पूरी कांग्रेस पार्टी एकजुट हाेकर आपके साथ खड़ी थी।जबकि इस मुद्दे पर बंसल को संसद तक में सफाई देनी पड़ी थी।इसके बावजूद आप चंडीगढ़ कांग्रेस के छह साल तक अध्यक्ष रहे।आपको पार्टी ने सीनियर डिप्टी मेयर और मेयर भी बनाया।इस पत्र में जिंदल ने छाबड़ा के करीबी संदीप भारद्वाज का भी नाम लिए बिना जिक्र किया। कहा कि उसे आपने महासचिव बनाया और उसने भी पार्टी की छवित धूमिल की।सविधान को दरकिनार करके आपने दोस्ती निभाते हुए उसे महासचिव बनाया।जिंदल ने कहा कि इसी तथाकथित दोस्त के कारण ही आपको अध्यक्ष पद से हाथ धोना पड़ा। 

भारद्वाज ने दिया जिंदल को जवाब

जिंदल द्वारा लिखे गए पत्र पर पूर्व महासचिव संदीप भारद्वाज ने उन्हें जवाब दिया है। भारद्वाज ने कहा है कि जिंदल का एक झूठा संदेश देखा जिसमें लिखा है कि पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा उन्हें कांग्रेस में लेकर आए थे। जबकि वह छाबड़ा से पहले कांग्रेस में हैं। उनकी राजनीतिक शुरुआत छात्र संघ एनएसयूआइ से हुई थी। पत्र में भारद्वाज ने पिछले सालों की घटनाओं का भी जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि वह पूर्व अध्यक्ष बीबी बहल के कार्यकाल में भी सचिव के पद पर तैनात थे। उन्होंने हमेशा चुनाव में पैसे खर्च किए हैं। जबकि जिंदल ने एक रुपया भी कभी खर्च नहीं किया। पिछले नगर निगम चुनाव में उन्होंने पार्टी के खिलाफ काम किया। उन्होंने अब पार्टी छोड़ दी है। ऐसे में आप लाेग खुश रहो अब वह प्रतिदिन खुलासा करेंगे कि किसने ताश के पत्तें फेटे थे।इस पत्र में उन्होंने हाफिज अनवर उल हक पर भी आरोप लगाया है कि वह वह पहले कभी गमलों को पेंट करता था और अब वह उपाध्यक्ष बन गए हैं। भारद्वाज ने कहा कि जो कुछ पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा के साथ हुआ है वह आप लोगों के साथ भी हो सकता है।

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