चंडीगढ़ कांग्रेस नेताओं का आरोप- प्रशासन ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए लगा दिया वीकेंड लॉकडाउन

चंडीगढ़ में लगाए गए वीकेंड लॉकडाउन को लेकर चंडीगढ़ कांग्रेस पार्टी प्रशासन के इस फैसले के पक्ष में नहीं है। कांग्रेस नेताओं ने प्रशासन से मांग की है कि कोई भी फैसला लेने से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 01:56 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 01:56 PM (IST)
चंडीगढ़ कांग्रेस नेताओं का आरोप- प्रशासन ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए लगा दिया वीकेंड लॉकडाउन
चंडीगढ़ कांग्रेस नेताओं का आरोप- प्रशासन ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए लगा दिया वीकेंड लॉकडाउन

चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ में लगाए गए वीकेंड लॉकडाउन को लेकर चंडीगढ़ कांग्रेस पार्टी प्रशासन के इस फैसले के पक्ष में नहीं है। कांग्रेस नेताओं ने प्रशासन से मांग की है कि कोई भी फैसला लेने से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए। प्रशासन के अधिकारी ऐसे फैसले लेने के लिए जनप्रतिनिधियों और रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन से जुड़े लोगों से सलाह मशवरा नहीं ले रहे हैं, जबकि यह लोग जनता के बीच में होते हैं। प्रशासन के अधिकारियों को मालूम ही नहीं है कि असल में शहरवासी क्या चाहते हैं।

कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि जो वीकेंड लॉकडाउन लगाया गया है वह बेअसर रहा। कांग्रेस प्रवक्ता व पार्षद गुरबख्श रावत ने कहा कि प्रशासन ने कोविड-19 के खिलाफ युद्ध में चींटी की गति पर काम किया है। विशेष रूप से दूसरी लहर में। शहर में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। बावजूद प्रशासन ने अपनी अक्षमता और लापरवाही को छुपाने के लिए लॉकडाउन लगा दिया।

रावत का आरोप है कि इस वीकेंड लॉकडाउन के चलते उद्योग, व्यवसाय, छोटे व्यापारी और सड़क विक्रेता का कारोबार प्रभावित हुआ है। सबसे ज्यादा प्रभावित गरीब दैनिक मजदूर हुए हैं। मजदूर फिर से भय में दिख रहे हैं और बड़े पैमाने पर पलायन पहले जैसा होने लग गया है। इससे उद्योग और अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित होगी। प्रशासन आने वाली दूसरी लहर को रोकने में विफल रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रशासन ने निर्ममतापूर्वक व्यवहार किया है। पंचकूला और मोहाली में लॉकडाउन नहीं लगा है। ऐसे में अनियोजित तरीके से लॉकडाउन लगाना एक निरर्थक प्रयास साबित हुआ है। प्रशासन को तत्काल प्रभाव से एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए।

कांग्रेस पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह बबला का कहना है कि इस समय प्रशासन के अधिकारियों को भी नहीं पता है कि उन्हें क्या प्रभावी कदम उठाने चाहिए। जबकि कोरोना के मामले ट्राईसिटी में बढ़ते जा रहे हैं। हर दिन नए नए रिकार्ड बन रहे हैं। वैक्सीन लगवाने के लिए लोग भी प्रशासन का साथ दे रहे हैं लेकिन प्रशासन लोगों की राय नहीं लेना चाहता है। मालूम हो कि इस समय कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के अध्यक्ष होम क्वारंटाइन है।

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