Chandigarh Unlock News: कांग्रेस ने कहा- बाजारों के खुलने का समय बढ़ाए यूटी प्रशासन

मुख्य प्रवक्ता एचएस लक्की ने कहा कि अब जब कोरोना मामलों की संख्या में काफी कमी आई है तो दुकानदारों और छोटे व्यापारियों को राहत देने का समय आ गया है। शहर में सक्रिय मामले लगभग 500 हैं इसलिए प्रशासन को अब लोगों को और राहत देनी चाहिए।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 03:58 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 03:58 PM (IST)
Chandigarh Unlock News: कांग्रेस ने कहा- बाजारों के खुलने का समय बढ़ाए यूटी प्रशासन
कांग्रेस ने शहर में विभिन्न दुकानों और प्रतिष्ठानों के खुलने का समय बढ़ाने की मांग की है। सांकेतिक चित्र।

चंडीगढ़, जेएनएन। व्यापारी संगठनों के साथ-साथ अब कांग्रेस ने भी मांग की है कि बाजार बंद करने का समय और बढ़ाना चाहिए। कांग्रेस ने रात 8 बजे तक बाजार खुले रहने की मंजूरी देने की मांग की है। सोमवार को प्रशासक वीपी सिंह बदनोर की वार रूम की बैठक है। इसमें दी जाने वाली राहतों पर निर्णय लिया जाएगा। इस समय व्यापारी रविवार को लगने वाले कर्फ्यू के अलावा रात 8 बजे तक दुकानें खुली रखने की मंजूरी मांग रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने रविवार को शहर में विभिन्न दुकानों और प्रतिष्ठानों के खुलने का समय बढ़ाने की मांग की। मुख्य प्रवक्ता एचएस लक्की ने कहा कि अब जब कोरोना मामलों की संख्या में काफी कमी आई है तो दुकानदारों और छोटे व्यापारियों को राहत देने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि शहर में सक्रिय मामले लगभग 500 हैं,  इसलिए प्रशासन को अब शहर के निवासियों को और राहत देनी चाहिए। उन्होंने मांग की कि प्रशासन अपनी अगली वार रूम बैठक में दुकानें खोलने का समय रात 8 बजे तक बढ़ाए और खाने पीने की दुकानों और रेस्टोरेंट का समय बढ़ाकर 11 बजे तक करे।

शहर में टीकाकरण की गति तेज की जाए

लक्की ने कहा कि प्रशासन को रात के कर्फ्यू में भी ढील देनी चाहिए क्योंकि अब इसकी कोई आवश्यकता नहीं है और सामान्य स्थिति बहाल की जानी चाहिए क्योंकि इस महामारी के दौरान लोगों को आर्थिक और मानसिक रूप से भी बहुत नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण की गति तेज करनी चाहिए। प्रशासन को चंडीगढ़ को पहला कोरोना मुक्त शहर बनाने की दिशा में काम करना चाहिए। प्रशासन को उन लोगों को भी कुछ राहत देनी चाहिए, जो चिकित्सकीय, आर्थिक और अन्य प्रकार से पीड़ित हैं। उनकी क्षतिपूर्ति के लिए एक तरीका निकाला जाए और उन्हें उचित मुआवजा देकर आर्थिक मदद की जाए। 

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