चंडीगढ़ में Corona Curfew एक सप्ताह बढ़ाने के फैसले से व्यापारी नाराज, बोले- यह आधा अधूरा Lockdown

कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर में लगाई गई पाबंदियों को एक सप्ताह तक फिर बढ़ाने का फैसला लिया है। इस फैसले से शहर के व्यापारी संगठन खासे नाराज हैं। उद्योग व्यापार मंडल ने इसे आधा अधूरा लॉकडाउन करार दिया है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 09:05 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 09:05 AM (IST)
चंडीगढ़ में Corona Curfew एक सप्ताह बढ़ाने के फैसले से व्यापारी नाराज, बोले- यह आधा अधूरा Lockdown
शहर में प्रशासन द्वारा पांबदियों को एक सप्ताह और बढ़ाने के फैसले से व्यापारी वर्ग नाराज है।

चंडीगढ़, जेएनएन। कोरोना संक्रमण (Corona Virus) की चेन तोड़ने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन (Chandigarh Administration) ने शहर में लगाई गई पाबंदियों को एक सप्ताह तक फिर बढ़ाने का फैसला लिया है। इस फैसले से शहर के व्यापारी संगठन (Chandigarh Traders) खासे नाराज हैं और उन्होंने प्रशासन के इस फैसले की निंदा की है। उद्योग व्यापार मंडल ने इसे आधा अधूरा लॉकडाउन (Lockdown) करार दिया है।

शहर के व्यापारी नेता और चंडीगढ़ उद्योग व्यपार मंडल के संयोजक कैलाश चंद जैन ने प्रशासन से वर्तमान में लागू आधे अधूरे लॉकडाउन की पाबंदियों को अनुचित बताते हुए इस फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है। कैलाश जैन का कहना है कि पिछले एक सप्ताह  से दुकानें खोलने पर ही पाबंदिया लागू हैं। बावजूद शहर में कोरोना के मामले कम नहीं हो रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि प्रशासन का यह फार्मूला फेल हो चुका है। प्रशासन के फैसले से कोरोना मामलों में तो कोई कमी नहीं आई बल्कि दुकानदारों को नुकसान हो रहा है।

दुकानदार यह नुकसान झेलने को तैयार हो सकते हैं बशर्ते के कारोना की चेन टूटे। देश पर कोरोना का संकट मंडरा रहा है और व्यापारी इस संकट के समय सरकार को हर सहयोग देने को तैयार हैं। चंडीगढ़ प्रशासन की यह पिक एंड चूज वाली पॉलिसी से दुकानदार सहमत नहीं है।

उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए कंप्लीट लॉकडाउन ही लगाना पड़ेगा। आधे अधूरे लॉकडाउन से करोना की चेन नहीं टूटने वाली। जब सड़कों पर भीड़ लगी हुई है तो फिर केवल कुछ दुकानों के बंद करने से यह चेन कैसे टूट सकती है। कैलाश जैन का यह भी कहना है कि जब भी कोई संकट की घड़ी आती है तो प्रशासन को जनता को साथ लेकर फैसला लेना चाहिए। वहीं, इस संबंध में भी व्यापारियों को साथ लेकर फैसला लेना चाहिए था। कैलाश जैन ने प्रशासक से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है।  उन्होंने सुझाव दिया कि या तो संपूर्ण लॉकडाउन लगाया जाए या फिर सभी दुकानें पूरी तरह खोल दी जाएं अथवा बाजारों में दुकानों के लिए ऑड ईवन सिस्टम लागू किया जाए। 

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