गपशप... चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष ने कहा था पटाखे जलाओ, अब अपनी ही पार्टी के नेता को नहीं बचा पाए

दशहरा पर प्रशासन ने शहर में पटाखों पर पाबंदी लगाई लेकिन भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने सभी दशहरा कमेटियों को कहा कि वह दशहरा मनाएं। सूद ने यह तक कह दिया कि रावण के पुतलों पर पटाखे भी लगाएं उनपर कोई कार्रवाई नहीं होगी।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 10:37 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 10:37 AM (IST)
गपशप... चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष ने कहा था पटाखे जलाओ, अब अपनी ही पार्टी के नेता को नहीं बचा पाए
भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने दशहरा से एक दिन पहले कहा कमेटियों के साथ बैठक की थी।

राजेश ढल्ल, चंडीगढ़। दशहरा पर प्रशासन ने शहर में पटाखों पर पाबंदी लगाई, लेकिन भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने सभी दशहरा कमेटियों को कहा कि वह दशहरा मनाएं। सूद ने यह तक कह दिया कि रावण के पुतलों पर पटाखे भी लगाएं उनपर कोई कार्रवाई नहीं होगी। लेकिन हुआ इसके विपरीत। आयोजक कमेटी के पदाधिकारियों के साथ साथ भाजपा के एक जिला अध्यक्ष पर भी पुलिस ने मामला दर्ज कर दिया।

सूद का बयान आने पर पहले कांग्रेस को लग रहा था कि उनके हाथ से बाजी निकल गई। अब कांग्रेस के नेता भी गपशप करते हुए चुटकी ले रहे हैं कि और लोगों को तो छोड़ों सूद अपने पार्टी के जिला अध्यक्ष को ही मामला दर्ज होने से बचा पाए। भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने दशहरा से एक दिन पहले कहा था कि उनकी प्रशासक और सलाहकार से भी बात हो गई है। सूद के इस बयान से दहशरा कमेटी वालों ने रावण के पुतलों से पटाखे नहीं हटाए। सूद द्वारा खुलकर दिए गए बयान से प्रशासन के एक सीनियर अधिकारी भी नाराज हैं। वहीं अब वह आयोजन कमेटी के सदस्य भी डर रहे हैं जिन पर अभी तक मामला दर्ज नहीं हुआ है। पुलिस ने सभी दशहरा कार्यक्रमों की वीडियो बना ली है। 

चंदा देकर बने अतिथि

पिछले दिनों रामलीला का आयोजन हर वार्ड में हुआ। रामलीला के आयोजन में कई लोग चंदा देकर मुख्य अतिथि बने। जबकि कई नेताओं और निगम चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों ने रामलीला आयोजन करने वाले पदाधिकारियों के फोन तक नहीं उठाए। क्योंकि उन्हें पता था कि रामलीला में जाने पर उन्हें डोनेशन देनी होगी। एक नेता को तो मुख्य अतिथि बुलाकर मंच पर ही मंच संचालन करने वाले ने पूछा कि क्या 11 हजार रुपये की घोषणा उनकी तरफ से कर दी जाए। जबकि नेता जी के पास उस समय जेब में इतने पैसे नहीं थे ऐसे में नेता जी किसी तरह से बात संभाली और मौके से निकलने में कामयाब रहे। इसी तरह से कई सीनियर नेता दशहरा के कार्यक्रम पर भी नहीं पहुंचे। जबकि कुछ नेता ऐसे भी थे जो चंदा देकर रामलीला में मुख्य अतिथि बने। एक नेता ने तो कार्यक्रम में जाने से पहले ही कह दिया कि उनसे मौके पर डोनेशन न मांगी जाए।

कम्युनिटी सेंटर पर राजनीतिक कार्यक्रम

नगर निगम चुनाव के लिए शहर में राजनीतिक कार्यक्रम शुरू हो गए हैं। ऐसे में भाजपा के नेताओं की ओर से एक बार फिर से कम्युनिटी सेंटरों का प्रयोग किया जा रहा है जबकि यहां पर राजनीतिक कार्यक्रम करने पर पाबंदी है इसके बावजूद नेता एवं पार्षद दबाव देकर कम्युनिटी सेंटर में कार्यक्रम कर रहे हैं। असल में निचले स्तर पर अधिकारियों की हिम्मत हीं नहीं हो रही है कि वह अपने पार्षद को मना कर सके। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भी ऐसा होने पर चार अधिकारियों पर कार्रवाई की गई थी लेकिन नेताओं का कुछ नहीं बिगड़ा। अब भी ऐसा हो रहा है हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला सलाहकार धर्म पाल को मिलने के लिए गए। सुभाष चावला ने इसकी शिकायत सलाहकार को करते हुए कहा कि भाजपा के नेता अपनी पावर का मिसयूज कर रहे हैं। ऐसे में अब सलाहकार की विशेष नजर आगे होने वाले कार्यक्रम पर होगी। गपशप करते हुए अधिकारी बोल रहे है कि कम्युनिटी सेंटर में कार्यक्रम होने पर नेताओं का क्या जाएगा, कार्रवाई होगी तो उन पर ही होगी।

सांसद फिर हुईं एक्टिव

सांसद किरण खेर एक बार फिर से सक्रिय हो रही है इसका कारण यह भी है कि दिसंबर में नगर निगम चुनाव है। असल में वह अपनी बीमारी के कारण पिछले डेढ़ साल से मुबंई में है लेकिन वह सोशल मीडिया पर एक्टिव है।हाल ही में वह गवर्नर के बहलाना गांव में हुए कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़ी। इसी कार्यक्रम में ही मेयर रविकांत शर्मा पहले सांसद का नाम लेना भूल गए थे। उसके बाद सांसद किरण खेर ने स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट्स को लेकर रिव्यू बैठक की जिसमे मेयर और कमिश्नर भी जुड़े। भाजपा नेताओं को भी पता है कि सांसद के लंबे समय से शहर में न होने का विपक्ष मुद्दा बनाएगा। इसलिए भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद निरंतर सांसद का बचाव करते नजर आते हैं।जबकि सूद के कई करीबी सांसद खेर की चोरी छुपे टांग खींचते हैं। हाल ही में तो प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने भी बहलाना में हुए कार्यक्रम में कहा कि दो से तीन माह के भीतर सांसद फिर से चंडीगढ़ में होगी।

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