Chandigarh Corona Alert: चंडीगढ़ प्रशासक की ट्राईसिटी के अधिकारियों के साथ मीटिंग, सख्ती बढ़ाने पर होगा फैसला

चंडीगढ़ पंचकूला और मोहाली में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। हालात यह है कि अब रोजाना ट्राईसिटी में एक हजार से ज्यादा कोरोना मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में आज चंडीगढ़ प्रशासक ट्राईसिटी के अधिकारियों के साथ बैठक कर और सख्ती बढ़ाने का फैसला ले सकते हैं।

By Ankesh KumarEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 12:13 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 12:13 PM (IST)
Chandigarh Corona Alert: चंडीगढ़ प्रशासक की ट्राईसिटी के अधिकारियों के साथ मीटिंग, सख्ती बढ़ाने पर होगा फैसला
अधिकारियों के साथ बैठक करते चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर (फाइल फोटो)

चंडीगढ़, जेएनएन। शहर में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को लेकर चंडीगढ़ प्रशासन की नजर मार्केट में उमड़ रही भीड़ और टूरिस्ट प्लेस पर जुट रहे लोगों पर है। जो बारूद के ढेर यानी भीड़ में होने के बावजूद मास्क लगाने को तैयार नहीं हैं। ऐसा ही हाल अपनी मंडी का भी है। इन जगहों के लिए नई गाइडलाइंस की घोषणा होगी। इन दिनों हालात यह हैं कि ट्राईसिटी में रोजाना 1000 से ज्यादा नए कोरोना मरीज मिल रहे हैं।

सोमवार को प्रशासक वीपी सिंह बदनौर पंजाब राजभवन में कोविड वॉर रूम मीटिंग करेंगे। जिसमें चंडीगढ़ ही नहीं पंचकूला और मोहाली के अधिकारी भी शामिल होंगे। विस्तृत रिपोर्ट और मौजूदा हालात को देखते हुए प्रशासक बड़े फैसलों की घोषणा करेंगे। ट्राईसिटी में चंडीगढ़ और मोहाली में नाइट कर्फ्यू है पंचकूला में नाइट ऐसी कोई पाबंदी नहीं है। जबकि केस यहां भी कम नहीं हैं। इस पर भी चर्चा हो रही है। इस संबंध में अब यूटी प्रशासन सोमवार को कुछ और सख्त कदम उठाने की घोषणा कर सकता है।

प्रशासन की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल

माइक्रो कंटेनमेंट जोन और अन्य कई तरह की सख्ती के बाद भी कोरोना संक्रमण की रफ्तार ढीली नहीं पड़ रही। उलटा कोरोना के मामलों की संख्या दिन प्रतिदिन और बढ़ रही है। अब तो संक्रमण ने रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक दिन में 400 का आंकड़ा छू लिया है। जो गंभीर स्थिति को बता रहा है लेकिन आश्चर्य इस बात का है कि कोई डर नहीं रहा। खुलेआम अभी भी प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ रही हैं। मास्क तक पहनने में कोताही हो रही है। केंद्र सरकार यूटी प्रशासन के रुख से संतुष्ट नहीं है। संक्रमण को नियंत्रित करने में जिस तरह से कदम उठाए गए उससे केंद्र सरकार नाराज है। अब पूरे ऑपरेशन की सुपरविजन खुद केंद्र सरकार की टीम कर रही है। जरूरी दिशानिर्देश देने के साथ ही डे टू डे रिपोर्ट भी ली जा रही है।

chat bot
आपका साथी