चंडीगढ़ में फल-सब्जियों के मनमाने दाम अब नहीं करेंगे परेशान, हर सेक्टर में फिर खुलेगी अपनी मंडी
चंडीगढ़ में अपनी मंडी (सब्जी मंडी) खोलने की प्रशासन ने मंजूरी दे दी है। चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने आदेश जारी कर दिए हैं। शहर के अलग-अलग सेक्टरों में लगने वाली अपनी मंडियां कोरोना की शुरुआत से ही बंद थीं।
चंडीगढ़, जेएनएन। ताजा फल-सब्जियों और इनके मनमाने रेट अब चंडीगढ़ वासियों को परेशान नहीं करेंगे। आपको अपने सेक्टर में ही पहले की तरह ताजा फल-सब्जियां मिल जाएंगी। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने अपनी मंडियों को खोलने की मंजूरी दे दी है। बदनौर ने यूटी सेक्रेटेरिएट में अधिकारियों से मीटिंग के दौरान यह आदेश जारी किए। पहले पंजाब सरकार ने अपनी मंडियों को खोलने की मंजूरी दी। उसके बाद चंडीगढ़ में प्रशासक बदनौर ने मंडी खोलने के आदेश जारी किए।
कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए मंडियों को बंद करने के आदेश जारी किए थे। मार्च 2020 से ही यह मंडियां बंद थी। इन मंडियों में भीड़ काफी ज्यादा रहती है संक्रमण फैलने के डर से इन्हें बंद करने का फैसला प्रशासन ने लिया था। अब कोरोना पर स्थिति नियंत्रण में है। जिस वजह से मंडी खोलने का फैसला लिया गया है। मार्केट कमेटी अब मंडी खोलने का शेड्यूल जारी करेगी।
सेक्टरों में दिन के हिसाब से लगती है मंडी
अपनी मंडी शहर के विभिन्न सेक्टरों में लगती है। दिन के हिसाब से इन मंडियों का शेड्यूल तय किया गया है। किसान सीधे तौर पर इन मंडियों में आकर अपना सामान बेचते है। जिससे ग्राहक को भी फायदा मिलता है। लंबे समय से इन मंडियों का मंजूरी दिए जाने की मांग चल रही थी। अपनी मंडी कमेटी की चेयरपर्सन शीला फूलसिंह ने यह मंडियां शुरू करने के लिए एमसी कमिश्नर को लिखा था। नगर निगम ने इस प्रस्ताव को पास कर भेजा था। कमिश्नर ने प्रशासक को यह प्रस्ताव मंजूरी के लिए भेजा था। अपनी मंडी बंद होने का फायदा रेहड़ी फहड़ी वाले उठा रहे थे। यह सेक्टरों में फेरी लगाकर मनमारे रेट इनके बदले वसूल रहे थे। अब शहरवासी जरूरत अनुसार खुद मंडियों से ताजा सामान खरीद सकेंगे।