छूट और कोरोना की तीसरी लहर की संभावना में उलझा चंडीगढ़ प्रशासन, कोविड वॉर रूम मीटिंग आज
डेल्टा प्लस वायरस की दस्तक इसने चंडीगढ़ प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इसे तीसरी लहर की दस्तक माना जा रहा है। प्रशासन के अधिकारी अब उलझन में हैं कि राहत बढ़ाई जाए या फिर सख्ती के साथ फिर पाबंदियों की ओर लौटा जाए।
चंडीगढ़, जेएनएन। कोरोना महामारी का असर काफी हद तक अब कम हो गया है। अब चंडीगढ़ समेत ट्राईसिटी में बहुत कम केस आ रहे हैं। लेकिन कई राज्यों में डेल्टा प्लस वायरस की दस्तक ने फिर से टेंशन बढ़ा दी है। इसे तीसरी लहर की दस्तक माना जा रहा है। इसने चंडीगढ़ प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। प्रशासन के अधिकारी अब उलझन में हैं कि राहत बढ़ाई जाए या फिर सख्ती के साथ फिर पाबंदियों की ओर लौटा जाए।
दरअसल चंडीगढ़ के नए एडवाइजर धर्मपाल का मुख्य फोकस भी कोरोना की तीसरी लहर से बचाव की तैयारियों पर है। वह स्पष्ट निर्देश अधिकारियों को इस संबंध में दे चुके हैं। शुक्रवार यानी आज को प्रशासक वीपी सिंह बदनौर कोविड वॉर रूम मीटिंग करने जा रहे हैं। इस मीटिंग में नए एडवाइजर पहली बार शामिल होंगे। इस मीटिंग से पहले ही वह अधिकारियों से तैयारियों पर फीडबैक ले चुके हैं।
अब देखना यह होगा कि इस मीटिंग में राहत का सिलसिला जारी रखते हुए प्रशासक कुछ छूट और बढ़ाएंगे या फिर सख्ती के साथ पाबंदियों की शुरुआत करेंगे। हालांकि अभी कुछ बंद नहीं होगा। केवल सख्ती से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराया जाएगा। लोगों ने फिर पहले की तरह लापरवाही वाला रवैया अपनाना शुरू कर दिया है। मास्क और दो गज की दूरी फिर भूल गए हैं। यह ठीक वैसा ही है जैसा पिछले साल कोरोना का असर कम होने पर ढील के हुआ था। इस पर नवनियुक्त एडवाइजर धर्म पाल ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए डीसी और डीजीपी को आदेश दिए हैं कि शुक्रवार से दोबारा सख्त ड्राइव शुरू की जाए। मास्क नहीं पहनने और उचित दूरी का ख्याल नहीं रखने वालों के चालान काटे जाएंगे।
उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वह मास्क पहने, उचित दूरी रखें और खुद को वैक्सीन जरूर लगवाएं। वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने और कोरोना से बचने के नियमों का सख्ती से पालन कराने को कहा। एडवाइजर धर्म पाल ने यूटी के अधिकारियों को कैबिनेट सेक्रेटरी के आदेशों को ध्यान में रख तैयारी के निर्देश दिए। कैबिनेट सेक्रेटरी ने वीरवार को वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए तीसरी लहर से निपटने के लिए हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने के निर्देश दिए थे।
कोविड केयर सेंटर ऑपरेशनल मोड में रहेंगे
तीसरी लहर को देखते हुए अभी कोविड केयर सेंटर बंद नहीं होंगे। इन्हें स्टैंडबाय मोड पर रखा जाएगा, ताकि जरूरत पड़ते ही तुरंत ऑपरेशनल मोड में बदला जा सके। इसके अलावा बच्चों के लिए तैयार किए जा रहे सेक्टर-45 के सिविल हॉस्पिटल और रामदरबार के ईएसआई हॉस्पिटल में स्पेशल पीडियाट्रिक वार्ड बनेंगे। बच्चों को तीसरी लहर ज्यादा प्रभावित करेगी ऐसे इनपुट हेल्थ एक्सपर्ट से मिल रहे हैं। इसको देखते हुए अब प्रशासन तैयारी कर रहा है। एडवाइजर ने इन हॉस्पिटल के काम को तुरंत पूरा करने के लिए कहा है। इसके अलावा दूसरे अस्पतालों में भी जो काम लंबित हैं वह पूरे होंगे।