चंडीगढ़ के कॉलेजों में स्टूडेंट्स काे बुलाना प्रिंसिपल्स के लिए चुनौती, पांच प्रतिशत छात्र ही आ रहे कॉलेज

शहर के कॉलेजों में बीए फर्स्ट इयर और सेकेंड इयर के स्टूडेंट्स को फरवरी से बुलाने की प्लानिंग चल रही है। लेकिन कॉलेज प्रिंसिपल्स के लिए परेशानी इस बात की है कि अभी कॉलेज में मात्र पांच प्रतिशत ही स्टूडेंट्स आ रहे हैं। ऐसे में क्या अन्य छात्र कॉलेज आएंगे।

By Ankesh KumarEdited By: Publish:Fri, 08 Jan 2021 02:10 PM (IST) Updated:Fri, 08 Jan 2021 02:10 PM (IST)
चंडीगढ़ के कॉलेजों में स्टूडेंट्स काे बुलाना प्रिंसिपल्स के लिए चुनौती, पांच प्रतिशत छात्र ही आ रहे कॉलेज
शहर के कॉलेजों में छात्रों को बुलाना प्रिंसिपल के लिए चुनौती बना हुआ है।

चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर]। शहर के 11 प्राइवेट और सरकारी कॉलेजों में बीए फर्स्ट और सेकेंड इयर के स्टूडेंट्स को बुलाना कॉलेज प्रिंसिपल्स के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। कोरोना वैक्सीन आने के साथ ही देश भर के शैक्षणिक संस्थान खुलने लगे हैं।

चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने पहले शहर के सरकारी स्कूलों को छठी क्लास से खोलने की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं, दूसरी तरफ फरवरी के दूसरे सप्ताह से काॅलेज में बीए फर्स्ट इयर और सेकेंड इयर के स्टूडेंट्स को बुलाने की भी प्लानिंग हो रही है। लेकिन परेशानी यह है कि शहर के कॉलेज नवंबर में आधिकारिक तौर से खुले थे, जिसमें बीए फाइनल, मास्टर और रिसर्च स्कॉलर्स को कॉलेज आने की अनुमति मिली थी। कॉलेज खुलने और कोरोना बचाव की तैयारियों होने के बावजूद भी दो महीनों के बाद भी कॉलेजों में कम संख्या में स्टूडेंट्स ही ऑफलाइन क्लास लगाने पहुंचे हैं। ऐसे में बीए फर्स्ट और सेकेंड इयर के स्टूडेंट्स को कॉलेज कैसे बुलाया जा सकता है इसे लेकर कॉलेज प्रिंसिपल्स परेशान हैं।  

स्टूडेंट्स के साथ नहीं हो सकती जबरदस्तीः डॉ. पवन शर्मा

डीएवी कॉलेज सेक्टर-10 के प्रिंसिपल पवन शर्मा के अनुसार स्टूडेंट्स को कॉलेज आना या नहीं इस मामले में हम किसी प्रकार से जोर जबरदस्ती नहीं हो सकती। स्टूडेंट्स को काॅलेज आने के लिए अभिभावकों की अनुमति लेनी भी जरूरी है। वैक्सीन आने के बावजूद अभिभावकों के दिल में कोरोना को लेकर डर है। ऐसे में 50 प्रतिशत स्टूडेंट्स को ऑफलाइन क्लास के लिए बुलाना चुनौती है। उच्चतर शिक्षा विभाग यदि कोई आदेश जारी करता है तो उसका पालन होगा।

सभी स्टूडेंट्स को बुलाना मुश्किलः डॉ. अनीता कौशल

पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज फार गर्ल सेक्टर-11 की प्रिंसिपल डॉ. अनीता कौशल ने कहा कि कोरोना महामारी से डर है, लेकिन इससे डरकर हमेशा के लिए रुका नहीं जा सकता। शुरुआत करनी हाेगी। एक बार में सभी स्टूडेंट्स को बुलाना मुश्किल है, लेकिन वैक्सीन आने से शायद लोगो में विश्वास जाग जाए। इसके बाद स्टूडेंट्स भी काॅलेज आना शुरू हो सकते है।

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