सेंटर फॉर लद्दाख एंड जम्मू कश्मीर स्टडीज बॉर्डर पर बसे गांवों में पहुंचा रहे मदद, 250 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे
सरहद पर बसे होने की वजह से इन गांवों में ज्यादा मदद नहीं पहुंच पा रही है लेकिन विभा इंडिया और सेंटर फॉर लद्दाख एंड जम्मू कश्मीर स्टडीज ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सरहदी इलाकों में भेज रहे हैं। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर न केवल घरों बल्कि अस्पतालों में भी पहुंचाए जा रहे हैं।
वैभव शर्मा, चंडीगढ़। देश में कोरोना की तीसरी लहर निपटने के लि तैयारियां शुरू हो गई हैं। वहीं, सेंटर फॉर लद्दाख एंड जम्मू कश्मीर स्टडीज भी सक्रिय हो गया है। संस्था के साथ मिलकर विभा इंडिया सरहद पर रह रहे लोगों की मदद के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रही है। इस बार इन संस्थाओं का फोकस बच्चों पर है। माना जा रहा है कि तीसरी लहर बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकती है, ऐसे में सरहद पर रहने वाले बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए यह संस्थाएं अभी से ही वहां पर हर प्रकार की सुविधाओं को पहुंचाने में लगी हुई है।
सरहद पर बसे होने की वजह से इन गांवों में ज्यादा मदद नहीं पहुंच पा रही है लेकिन विभा इंडिया और सेंटर फॉर लद्दाख एंड जम्मू कश्मीर स्टडीज ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सरहदी इलाकों में भेज रहे हैं। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर न केवल घरों बल्कि अस्पतालों में भी पहुंचाए जा रहे हैं। विभा इंडिया के सदस्य इन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की सप्लाई के लिए टीम बनाकर कार्य कर रहे हैं।
कारगिल में भेजी जा रही मदद
विभा इंडिया की ओर से जम्मू-कश्मीर के कारगिल में भी मदद भेजी जा रही। जहां भारतीय सेना के जवान उनकी मदद कर रहे हैं। यह ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कारगिल के डिप्टी कमिश्नर को सौंपे गए हैं ताकि इनका सही से प्रयोग हो सके और हर जरूरतमंद तक मदद पहुंचे। कारगिल में विभा इंडिया की ओर से विकास खन्ना इस जिम्मेदारी को निभा रहे हैं। अभी तक संस्थाओं की ओर से सरहदी इलाकों में 250 के करीब ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे जा चुके हैं।
बच्चों के लिए भेजे जा रहे इम्यूनिटी बूस्टर
विकास खन्ना से बताया कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में संस्था की ओर से सरहद पर काफी मदद भेजी गई है, जिसमें स्थानीय प्रशासन के भारतीय सेना के जवानों ने हर संभव मदद की। तीसरी लहर से बचने के लिए बच्चों के अभिभावकों को जागरूक किया जा रहा है ताकि वो बच्चों को सुरक्षित रख सके। इसके साथ ही इम्यून सिस्टम मजबूत करने की दवाइयां भी भेजी जा रही हैं।