नवंबर-दिसंबर में सीबीएसई बोर्ड परीक्षा करवाना बड़ी चुनौती, चंडीगढ़ में उत्तर चेक करने वाले विशेषज्ञ टीचर्स की कमी

मल्टीपल च्वाइस प्रश्नों के उत्तर स्टूडेंट को ओएमआर शीट पर देने होंगे। ओएमआर शीट को स्कैन करके स्कूल के विशेषज्ञ अध्यापक शाम पांच बजे तक सीबीएसई को आनलाइन जारी करेंगे। शिक्षा विभाग में पेपर चेक करने के लिए विशेषज्ञ टीचर्स की भारी कमी है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 11:35 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 11:35 AM (IST)
नवंबर-दिसंबर में सीबीएसई बोर्ड परीक्षा करवाना बड़ी चुनौती, चंडीगढ़ में उत्तर चेक करने वाले विशेषज्ञ टीचर्स की कमी
सीबीएसई पहली बार परीक्षा मल्टीपल च्वाइस प्रश्नों के तौर पर ले रहा है। सांकेतिक चित्र।

सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़। नवंबर-दिसंबर 2021 में सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) के एग्जाम करवाना चंडीगढ़ शिक्षा विभाग के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। कारण, विशेषज्ञ शिक्षकों की विभाग में भारी कमी हो गई है। 20 अक्टूबर को सीबीएसई ने जारी सर्कुलर में कहा कि छात्र अपनी पसंद का केंद्र चुन सकता है। उसे किसी दूसरे सेंटर पर जाकर पेपर देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। दूसरी तरफ, सीबीएसई पहली बार पेपर मल्टीपल च्वाइस प्रश्नों के तौर पर ले रहा है। इनका उत्तर स्टूडेंट को ओएमआर शीट पर देना होगा। ओएमआर शीट को स्कैन करके स्कूल के विशेषज्ञ अध्यापक शाम पांच बजे तक सीबीएसई को आनलाइन जारी करेंगे। शिक्षा विभाग में पेपर चेक करने के लिए विशेषज्ञ टीचर्स की भारी कमी है।

42 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में इंग्लिश विषय के 30 पीजीटी टीचर्स की नियुक्ति

चंडीगढ़ के सीनियर सेकेंडरी स्कूल की बात की जाए तो शहर में 42 सीनियर सेकेंडरी स्कूल हैं, जिसमें 13 हजार स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे है। हर स्टूडेंट्स के लिए अंग्रेजी विषय अनिवार्य होता है, लेकिन शहर के 13 हजार स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए चंडीगढ़ शिक्षा विभाग के पास मात्र 30 प्रवक्ता हैं। यदि यह प्रवक्ता पेपर लेने के बाद आंसरशीट को स्कैन करके सीबीएसई को भेजते हैं तो वह मुश्किल काम होगा क्योंकि 13 हजार स्टूडेंट्स का उत्तर चेक करके तीन घंटे में सीबीएसई को भेजना होगा।

हर विषय की हालत खराब, टीचर्स की भारी कमी

चंडीगढ़ शिक्षा विभाग के पास इस समय टीचर्स की 1300 सौ से ज्यादा की कमी चल रही है। दसवीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम में अंग्रेजी के अलावा हिंदी, मैथ, साइंस, सोशल स्टडीज के टीचर्स की भारी कमी है। विशेषज्ञ टीचर्स की कमी को पूरा करने के लिए क्लास में जेबीटी और एनटीटी टीचर्स की नियुक्ति स्कूल प्रिंसिपल और हैडमास्टर करते है, लेकिन बोर्ड एग्जाम में विशेषज्ञ टीचर्स की ही नियुक्ति होगी जो कि प्रिंसिपल और हैडमास्टर के लिए भी परेशानी साबित होगी।

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