कैश वैन मामला: 4 दिन बाद भी चंडीगढ़ पुलिस गायब पैसों के बारे में नहीं जुटा पाई जानकारी, ड्राइवर कर चुका है सुसाइड

सीएमएस कंपनी की गाड़ी से 39 लाख नकदी लापता होने के चार दिन बाद तक पुलिस एक से दूसरे एटीएम बूथ खंगालने में उलझी हुई है। अभी तक पुलिस की जांच में सामने नहीं आया कि बिना चोरी और लूट हुए इतनी बड़ी रकम कैसे गायब हो गई।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 08:56 AM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 08:56 AM (IST)
कैश वैन मामला: 4 दिन बाद भी चंडीगढ़ पुलिस गायब पैसों के बारे में नहीं जुटा पाई जानकारी, ड्राइवर कर चुका है सुसाइड
वैन के ड्राइवर सुरेंदर पाल सिंह के आत्महत्या के बाद कई सवाल खड़े हो चुके हैं।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सीएमएस कंपनी की गाड़ी से 39 लाख नकदी लापता होने के चार दिन बाद भी पुलिस के हाथ गायब पैसों के बारे में कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस एक से दूसरे एटीएम बूथ खंगालने में उलझी हुई है। अभी तक पुलिस की जांच में यह बात सामने नहीं आई है कि बिना चोरी और लूट के इतनी बड़ी रकम कैसे गायब हो गई। वहीं, वैन के ड्राइवर सुरेंदर पाल सिंह के आत्महत्या के बाद कई सवाल खड़े हो चुके हैं। उन सवालों का जवाब जीआरपी और सेक्टर-31 थाना पुलिस भी खंगालने में लगी है।

सूत्रों के अनुसार सेक्टर-31 थाना पुलिस की अब तक की जांच में वैन में सवार सिक्योरिटी गार्ड्स की लापरवाही सामने आई है। लेकिन पैसे चुराने या गायब करने में उनकी भूमिका की कोई पुष्टि नहीं हुई है। आठ अक्टूबर को साढ़े 10 बजे सेक्टर-47 स्थित कंपनी के दफ्तर से वह कैश लेने गए थे। उनके साथ कंपनी का ही कर्मचारी मुनीश चावला भी था। दफ्तर से उन्होंने कुल एक करोड़ नौ लाख रुपये निकाले। 70 लाख रुपये एक बैग में थे जबकि 39 लाख रुपये एक लोहे के ट्रंक में थे। ट्रंक को कंपनी ने पहले ही सील करके रखा हुआ था। वहां से सेक्टर-37 और फिर नयागांव स्थित एटीएम बूथ पहुंचे। वहां पर देखा कि 39 लाख रुपयों से भरा लोहे का एक बाक्स गायब था। जिसकी शिकायत सेक्टर-31 थाना पुलिस और नयागांव थाना पुलिस को दी।

मृतक वैन ड्राइवर सुरेंदर के साले रणजीत ने बताया था कि जीजा-दीदी और दोनों बच्चे सेक्टर-47 में रहते हैं।  सुरेंदर 10 साल से इसी कंपनी में ड्राइवर की नौकरी करता था। पैसे गायब होने की घटना के बाद सोमवार सुबह साढ़े पांच बजे सुरेंदर उठकर कहीं चला गया। परिवार के दूसरे सदस्यों ने उसे पार्क और गुरुद्वारे में ढूंढा लेकिन वहां नहीं मिलने पर सेक्टर-31 थाने जाकर पता किया। थाने में भी नहीं पहुंचने पर किसी ने बताया कि रेलवे ट्रैक के समीप एक शव मिला है। वहा पहुंचने पर शव की शिनाख्त सुरेंदर पाल के तौर पर हुई।

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