पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में कैस प्रमोशन मामला फिर गरमाया, पुटा ने चांसलर एम वेंकैया नायडू को लिखा पत्र

पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में टीचिंग फैकल्टी की कैस प्रमोशन का मामला फिर गरमा गया है। मामला एक बार फिर पीयू चांसलर और देश के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू तक पहुंच गया है। इसको लेकर पुटा ने चांसलर को पत्र लिखा है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 02:47 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 02:47 PM (IST)
पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में कैस प्रमोशन मामला फिर गरमाया, पुटा ने चांसलर एम वेंकैया नायडू को लिखा पत्र
पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में कैस प्रमोशन मामला फिर गरमाया, पुटा ने चांसलर एम वेंकैया नायडू को लिखा पत्र।

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में टीचिंग फैकल्टी की कैस प्रमोशन का मामला फिर गरमा गया है। मामला एक बार फिर पीयू चांसलर और देश के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू तक पहुंच गया है। शनिवार को पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर एसाेसिएशन (पुटा ) ने पत्र लिखकर चांसलर को पंजाब यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के रूख के प्रति अवगत कराया।

पत्र के माध्यम से बताया गया है कि 31 जनवरी 2021 काे चांसलर की तरफ से कैस प्रमोशन करने के निर्देश जारी हुए थे, लेकिन चार महीने पूरे होने के बाद भी वह प्रक्रिया पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन पूरा नहीं कर पाया है। इसको लेकर टीचिंग स्टाफ में रोष है। 

पुटा सेक्रेटरी अमरजीत नौरा ने कहा कि यूनिवर्सिटी के ढीले रवैये को देखते हुए ज्यादातर टीचिंग स्टाफ पीयू को छोड़कर दूसरी यूनिवर्सिटी का रुख करने की प्लानिंग कर रहा है। पंजाब यूनिवर्सिटी के इस रवैये के चलते ही यूनिवर्सिटी ग्रोथ करने के बजाय स्तर गिरता जा रहा है। कई प्रकार की रैकिंग जारी हो रही है जिसमें यूनिवर्सिटी ऊपर जाने के बजाय नीचे की तरफ जा रही है।

कोरोना के चलते ढीली पड़ी कैस प्रमोशन प्रक्रिया

पुटा प्रेसिडेंट डॉ. मृत्युजय कुमार ने कहा कि लगातार एक साल से भी ज्यादा समय से कैस प्रमोशन का मुद्दा लटक रहा है। हर बार कोरोना का बहाना लगाकर इसे रोक दिया जाता है। दो बार यूनिवर्सिटी को खोलने का प्रयास किया गया है, उस समय में भी कैस प्रमोशन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके चलते पीयू और इससे संबंधित कॉलेजों में सेवा दे रहे सात सौ से भी ज्यादा टीचिंग स्टाफ की प्रमोशन लटक गई है।

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