पूर्व मंत्री अश्विनी सेखड़ी को कैप्टन अमरिंदर का तोहफा, बनाया हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन का चेयरमैन
पंजाब के मुख्यमंंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अश्विनी सेखरी को बड़ा तोहफा दिया है। पंजाब सरकार को अश्विनी सेखरी को पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन का चेयरमैन निुयुक्त किया है। सेखरी को पिछले दिनों कैप्टन ने शिअद में जाने से रोक लिया था।
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीनियर कांग्रेस नेता और पंजाब के पूर्व मंत्री अश्विनी सेखड़ी को नए पद का तोहफा दिया है। राज्य सरकार ने अश्विनी सेखरी को पंजाब हेल्थ सिस्टम कॉरपोरेशन का चेयरमैन नियुक्त कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव आलोक शेखर ने आज इस संबंधी नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है । बता दें कि सेखरी पिछले दिनाें कांग्रेस से बहुत नाराज हो गए थे और उनका शिराेमणि अकाली दल में शामिल होना तय हो गया था, लेकिन सीएम कैप्टन अमरिंदर ने उनको ऐन मौके पर मना लिया था।
काबिले गौर है कि अश्विनी सेखड़ी कांग्रेस के सीनियर नेता है और पार्टी में एक बड़ा हिंदू चेहरा हैं लेकिन पिछले समय से जब ग्रामीण एवं पंचायत मंत्री तृप्त राजेंद्र सिंह बाजवा उनके हलके बटाला में दखलअंदाजी कर रहे थे तो वह नाराज हो गए और पार्टी छोड़ने के लिए भी तैयार हो गए । उनके शिरोमणि अकाली दल में जाना लगभग तय हो गया था और इस संबंधी पार्टी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी रख ली थी लेकिन ऐन मौके पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के हस्तक्षेप के बाद अश्विनी सेखड़ी ने पार्टी छोड़ने के इरादे को त्याग दिया ।
मुख्यमंत्री के नजदीकी माने जाने वाले विधायक डॉ राजकुमार वेरका ने अश्विनी सेखड़ी से बात की और उन्हें पार्टी ना छोड़ने संबंधी मुख्यमंत्री का संदेश भी दिया। उन्होंने वहीं पर मुख्यमंत्री से उनकी बात भी करवाई। दिलचस्प बात यह भी है कि अश्विनी सेखड़ी अमृतसर से लंबे समय तक सांसद रहे आर एल भाटिया के नजदीकी रिश्तेदार भी हैं और पार्टी में वह एक बड़ा हिंदू चेहरा भी हैं ।
उनके जाने से जहां हिंदू वर्ग में एक गलत संदेश जा रहा था ।वही इन दिनों कैप्टन अमरिंदर सिंह से दूरी बनाने वाले तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा को भी कैप्टन ने एक संदेश देना था। जिसके चलते अश्विनी सेखड़ी को ना केवल पार्टी में बनाए रखा बल्कि आज उन्हें पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन जैसी बड़ी कॉरपोरेशन का चेयरमैन भी लगा दिया है ।इसे तृप्त रजिंदर सिंह बाजवा के लिए एक बड़ा झटका माना जा सकता है ।