कैप्टन अमरिंदर ने मनोहर लाल से पूछा सवाल, सीधे मेरे मोबाइल पर क्यों नहीं किया फोन

किसानों आंदोलन को लेकर पंजाब व हरियाणा आमने सामने हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह का कहना है कि हरियाणा के सीएम ने उनसे बातचीत के लिए आधिकारिक चैनल का प्रयोग क्यों नहीं किया। सीधे उनके मोबाइल पर फोन क्यों नहीं किया।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sun, 29 Nov 2020 07:23 PM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 07:51 AM (IST)
कैप्टन अमरिंदर ने मनोहर लाल से पूछा सवाल, सीधे मेरे मोबाइल पर क्यों नहीं किया फोन
कैप्टन अमरिंदर सिंह की फाइल फोटो ।

जेएनएन, चंडीगढ़। कृषि कानूनों को लेकर आंदोलित किसानों के मुद्दे पर पंजाब व हरियाणा पूरी तरह से आमने-सामने हैं। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल का दावा है कि उन्होंने पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह फोन पर बातचीत का प्रयास किया, जबकि कैैैैैैप्टन इसे झूठा दावा करार दे रहे हैं।  कैप्टन का कहना है कि मनोहर लाल ने उनसे बातचीत के लिए आधिकारिक चैनल या फिर उनके मोबाइल पर फोन क्यों नहीं किया। 

बता दें, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल का कहना है कि उन्होंनेे कैप्टन अमरिंदर सिंह को बार-बार फोन इसलिए किया, ताकि कोरोना काल में हरियाणा में भीड़ न जुटे। लेकिन, बार-बार फोन करने के प्रयासों के बावजूद कैप्टन ने बात नहीं की। जब हरियाणा ने यह बात सार्वजनिक की तो पंजाब के सीएम का कहना है कि मनोहर लाल झूठ बोल रहे हैं। मनोहर लाल के इस बयान पर कैप्टन का कहना है कि वह सीधेे मोबाइल फोन पर उनसे बात कर सकते थे, लेकिन मनोहर लाल ने ऐसा क्यों नहीं किया।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सरकारी रजिस्टर का पन्ना दिखाकर वह झूठ पर पर्दा नहीं डाल सकते। यदि वह सचमुच ही उनसे संपर्क साधना चाहते थे तो वह अधिकारिक ढंग से बातचीत कर सकते थे या फिर उनके मोबाइल फ़ोन पर काल कर सकते थे। मनोहर लाल के दावों को खारिज करते हुए कैप्टन ने कहा कि यदि हरियाणा के सीएम मनोहर लाल के दफ़्तर सेे उनकी रिहायश पर काल की भी गई थी तो यह काल एक अटेंडेंंट को ही क्यों की गई। उनके साथ संपर्क कायम करन के लिए अधिकारिक तरीके का प्रयोग क्यों नहीं किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार के उच्चाधिकारी जिनमें प्रमुख सचिव और डीजीपी स्तर के अधिकारी शामिल हैं किसान के मुद्दे पर पिछले कई दिनों से दोनों तरफ से एक-दूसरे के संपर्क में थे। इन में से भी किसी अधिकारी ने किसी भी मौके पर मेरे साथ बात करनेे के बारे में मनोहर लाल की इच्छा के संबंध में नहीं बताया। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि बीते समय में मनोहर लाल ने उनके साथ संपर्क करनेे के लिए कितनी बार अटेंडेंट वाले चैनल का प्रयोग किया? कहा कि हरियाणा के सीएम झूठ बोलना बंद करें।

कैप्टन ने कहा कि उनके आवास पर उनका अटेंडेंट सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक उनके फोन काल सुनता है, क्योंकि वह स्टाफ सदस्यों का शोषण करने में विश्वास नहीं करते। मनोहर लाल सीधा अपना फ़ोन उठाकर उनके मोबाइल पर संपर्क कर सकते थे।

पंजाब के सीएम ने कहा कि असली बात यह है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री किसानों को दबाने के यत्न में थे और किसान संघर्ष के बारे में विचार अदला बदली करनेे का उनका कोई गंभीर इरादा नहीं था। उन्होंने तंंज कसते हुए कहा, "यदि मैं किसानों के मुद्दे पर कई केंद्रीय मंत्रियों के साथ बात कर सकता हूं तो मैं इस बारे में मनोहर लाल के साथ बात करनेे में क्यों हिचकूंगा।" 

हरियाणा के मुख्य मंत्री की तरफ से टिप्पणी कि यदि अब कोविड किसानों के विरोध कारण फैलता है तो अमरिंदर सिंह जिम्मेदार होंगे। इस पर मनोहर लाल पर बरसते हुए कैप्टन ने कहा कि यदि वह (मनोहर लाल) हरियाणा राज्य जिसका ट्रैक रिकार्ड महामारी के मामलो में काफ़ी बुरा रहा है, में किसानों के कारण कोविड फैलने संबंधी इतने चिंतित थे तो उनको किसानों को राज्य में रोकने के बजाय तुरंत दिल्ली की तरफ जाने की आज्ञा देनी चाहिए थी।

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