चचेरे भाई से करोड़ों की ठगी का राज उगलेगा कारोबारी अरविद सिगला

चचेरे भाई से करीब छह करोड़ की ठगी के आरोपित शराब को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 11:44 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 11:44 PM (IST)
चचेरे भाई से करोड़ों की ठगी का राज उगलेगा कारोबारी अरविद सिगला
चचेरे भाई से करोड़ों की ठगी का राज उगलेगा कारोबारी अरविद सिगला

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ :

चचेरे भाई से करीब छह करोड़ की ठगी के आरोपित शराब कारोबारी अरविद सिगला को वीरवार को सेक्टर-26 थाना पुलिस मॉडल जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई। पुलिस ने सिंगला को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए उसे तीन दिन के रिमांड पर लिया। पुलिस अब उससे ठगी के मामले में पूछताछ कर रही है।

पुलिस के मुताबिक कोठी प्रकरण में आरोपित सिगला कारोबार से जुड़े सवालों का गोलमोल जवाब दे रहा है। मामले में पीड़ित दीपक सिगला की पत्नी स्वेता सिगला की शिकायत पर अरविद सिगला, विकास, रमनपुरी और तेजिदर सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था।

सेक्टर-37 ए स्थित विवादित कोठी के फर्जी सौदे के मामले में 50 हजार का इनामी घोषित होने के बाद सिगला ने कोर्ट में सरेंडर किया था। इसके बाद सेक्टर-26 थाना पुलिस ने धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में आरोपित सिगला के प्रोडक्शन वारंट की अर्जी कोर्ट में लगाई थी। आइसीयू में भर्ती चचेरा भाई से धोखे से करवा लिया था साइन

शिकायतकर्ता स्वेता सिगला ने बताया कि अरविद सिगला ने उनके पति दीपक के साथ बेल इंटरप्राइजेज नामक फर्म की शुरुआत साल 2016 में की थी। इसमें 60 फीसद सिगला और 40 फीसद की हिस्सेदारी दीपक की थी। दोनों ने कारोबार से संबंधित इलेक्ट्रानिक प्रोजक्ट के लिए गुरुग्राम स्थित बीटेल टेलिटेक प्राइवेट लिमिटेड नामक फर्म से संपर्क किया। अरविंद ने तीन करोड़ रुपये पंजाब नेशनल बैंक में सिक्योरिटी के तौर पर जमा करवाया था। इसके बाद प्रोडक्ट हासिल करने पर कुल बिल छह करोड़ 37 लाख 11 हजार 865 रुपये बना। इस बीच दोनों चीन यात्रा कर वापस आये थे। कारोबार में नुकसान और देनदारी ज्यादा बढ़ने दीपक ने परेशान हो गया। इस बीच गलती से गोली लगने के बाद उन्हें पंचकूला के अलकेमिस्ट अस्पताल में भर्ती करवाया गया। तबीयत बिगड़ने पर उसे फोर्टिज अस्पताल में रेफर कर आइसीयू में रखा गया था। इस बीच अरविद ने वादा किया कि सभी तरह की देनदानी खुद ही पेमेंट करेगा। इसी भरोसे में उसने दीपक की पत्नी से एक दस्तावेज पर साइन करवा लिया। बाद में सिक्योरिटी के जमा तीन करोड़ के चेक भी बाउंस हो गए।

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