चंडीगढ़ के संत निरंकारी भवन में लगे रक्तदान शिविर में 118 श्रद्धालुओं ने किया रक्तदान

चंडीगढ़ के सेक्टर-15 स्थित संत निरंकारी भवन में लगे रक्तदान शिविर में 118 श्रद्धालुओं ने रक्तदान किया। मिशन के जोनल इंचार्ज नवनीत पाठक ने बताया कि उनका प्रयास ज्यादा से ज्यादा रक्तदान करके लोगों को नया जीवन देना है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 05:20 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 05:20 PM (IST)
चंडीगढ़ के संत निरंकारी भवन में लगे रक्तदान शिविर में 118 श्रद्धालुओं ने किया रक्तदान
चंडीगढ़ सेक्टर-15 स्थित संत निरंकारी भवन में रक्तदान करते हुए श्रद्धालु। जागरण

चंडीगढ़, जेएनएन। निरंकारी बाबा हरदेव कहते थे कि खून कभी नालियों में नहीं बल्कि नाड़ियों में बहना चाहिए। इसी कथन को सच करने के उद्देश्य से निरंकारी सदगुरू माता सुदीक्षा के दिशा-निर्देश से सेक्टर-15 स्थित संत निरंकारी भवन में रक्तदान शिविर लगाया गया। इसमें 118 श्रद्धालुओं ने रक्तदान किया।

जोनल इंचार्ज नवनीत पाठक ने बताया कि हमारा प्रयास ज्यादा से ज्यादा रक्तदान करके लोगों को नया जीवन देना है। रक्त की कमी से किसी व्यक्ति की मौत नहीं हाेनी चाहिए। उलटा, हमारे प्रयास से सैकड़ों की जान बचनी चाहिए। इसी सोच के साथ हम 32 सालों से लगातार रक्तदान शिविरों का आयोजन कर रहे हैं, जिसमें लाखों यूनिट दान किया जा चुका है और उसे भविष्य में भी इसी रफ्तार के साथ जारी रखा जाएगा। नवनीत पाठक ने कहा कि कोरोना महामारी में शहर के अस्पतालों में खून की ज्यादा कमी देखने को मिली है जिसे पूरा करने के लिए निरंकारी मिशन ने लगातार रक्तदान शिविरों का आयोजन किया है। 

उप-कुलपति डॉ. राज बहादुर ने किया आरंभ

रक्तदान शिविर का आरंभ बाबा फरीद स्वास्थ्य विज्ञान यूनिवर्सिटी, फरीदकोट, के उप-कुलपति डॉ. राज बहादुर ने किया। डॉ. राज बहादुर ने कहा कि संत निरंकारी मिशन ने हमेशा समाज भलाई के कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है और दूसरों को जीवन देने में कभी कोई कसर नहीं छोड़ी है। मिशन कोरोना महामारी के दौरान भी अस्पतालों में रक्त की कमी को पूरा करने के लिए सैकड़ों रक्तदान शिविर लगाकर योगदान देता रहा है। थैलीसीमिया बीमारी से ग्रस्त व अनेक जरूरतमंदों को इन रक्तदान शिविरों से लाभ पहंचाने की स्थिति में लगातार काम हुआ है। इस प्रकार निष्काम सेवा व सामाजिक कार्यों द्वारा समाज में मिशन के श्रद्धालु भरपूर योगदान देकर एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहे है। रक्तदान शिविर का संचालन पीजीआइ बल्ड बैंक के प्रोफेसर डॉ. सुचेत सचदेव की अगुवाई में 20 डाक्टर व पेरामेडिकल स्टाफ की सहायता से किया गया। 

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