थैलेसेमिक मरीजों के लिए पीजीआइ में लगा कैंप, 87 लोगों ने किया रक्तदान

थैलेसेमिक चेरिटेबल ट्रस्ट के मेंबर सेक्रेटरी राजिंदर कालरा ने बताया कि थैलेसेमिक मरीजों का हर महीने दो से तीन बार खून बदलाना पड़ता है। इसके लिए भारी मात्रा में ब्लड की जरूरत पड़ती है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2020 11:30 AM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 11:30 AM (IST)
थैलेसेमिक मरीजों के लिए पीजीआइ में लगा कैंप, 87 लोगों ने किया रक्तदान
थैलेसेमिक मरीजों के लिए पीजीआइ में लगा कैंप, 87 लोगों ने किया रक्तदान

चंडीगढ़, जेएनएन। थैलेसेमिक चेरिटेबल ट्रस्ट पीजीआइ-जीएमसीएच के सहयोग से पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश के थैलेसेमिक मरीजों के लिए रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें 87 लोगों ने रक्तदान किया। ट्रस्ट की ओर से अब तक 1700 थैलेसेमिक मरीजों के लिए ब्लड इक्ट्ठा किया जा चुका है। जरूरत पड़ने पर थैलेसेमिक मरीजों के लिए यह ब्लड डोनेट किया जाएगा। कैंप का आयोजन पीजीआइ के निदेशक प्रो. जगतराम और ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन डिपार्टमेंट की डॉ. रति शर्मा के नेतृत्व में किया गया।

थैलेसेमिक चेरिटेबल ट्रस्ट के मेंबर सेक्रेटरी राजिंदर कालरा ने बताया कि ट्रस्ट मुख्य रूप से थैलेसेमिक बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए काम करती है। थैलेसेमिक मरीजों का हर महीने दो से तीन बार खून बदलाना पड़ता है। इसके लिए भारी मात्रा में ब्लड यूनिट की जरूरत पड़ती है। ऊपर से सभी ब्लड ग्रुप के यूनिट इक्ट्ठा करना उनके लिए थोड़ा चुनौतीपूर्ण होता है। इसके बावजूद, ट्रस्ट की ओर से पिछले 20 वर्षों से पांच से अधिक राज्यों में थैलेसेमिक मरीजों को जरूरत के समय ब्लड यूनिट उपलब्ध कराया जा रहा है।

अब 26 सितंबर को लगेगा रक्तदान शिविर

अब 26 सितंबर को थैलेसेमिक चेरिटेबल ट्रस्ट और पीजीआइ के आपसी सहयोग से रक्तदान शिविर लगाया जाएगा। यह शिविर पीजीआइ के ब्लड डोनेशन सेंटर में लगाया जाएगा। ये इस साल का 201 वां रक्तदान शिविर होगा। इसके लिए 100 से अधिक लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है। ट्रस्ट की ओर से 6 जून, 2020 से अब तक हर हफ्ते एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है।

प्रो.जगतराम ने कहा, ट्रस्ट कर रहा नेक कार्य

पीजीआइ निदेशक प्रो. जगतराम ने कहा कि थैलेसेमिक चेरिटेबल ट्रस्ट पिछले कई सालों से थैलेसेमिक मरीजों के लिए रक्तदान शिविर लगा रहा है। यह समाज के लिए अहम जिम्मेदारी निभा रहा है। पीजीआइ की ओर से ट्रस्ट को कई बार सम्मानित किया जा चुका है।

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