चंडीगढ़ में ब्लैक ड्रगेन अकादमी और महिला सुंदरकांड सभा विवाद, जिला अदालत में 26 जुलाई को होगी सुनवाई

सेक्टर-40 स्थित ब्लैक ड्रेगन सेल्फ डिफेंस अकादमी और महिला सुंदरकांड सभा के बीच चल रहे विवाद अब अदालत तक पहुंच गया है। अकादमी संचालक ने महिला सुंदरकांड सभा प्रसिडेंट पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया है। जिला अदालत ने मामले को लेकर 26 जुलाई तक फैसला टाल दिया है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 09:37 AM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 09:37 AM (IST)
चंडीगढ़ में ब्लैक ड्रगेन अकादमी और महिला सुंदरकांड सभा विवाद, जिला अदालत में 26 जुलाई को होगी सुनवाई
मामले की अगली सुनवाई 26 जुलाई को होगी।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सेक्टर-40 स्थित ब्लैक ड्रेगन सेल्फ डिफेंस अकादमी और महिला सुंदरकांड सभा के बीच चल रहे विवाद अब अदालत तक पहुंच गया है। ब्लैक ड्रेगन आकदमी के वकील डिस्ट्रिक बार एसोसिएशन के सचिव एडवोकेट गगन अग्रवाल ने बताया कि ब्लैक ड्रेगन पजेशन होल्डर है। जबकि नीना तीवारी की ओर से उन्हें जबरन उस जगह से बाहर निकाला जा रहा है। पजेशन होने के बाद भी कोचिंग सेंटर पर जबरन ताला लगाना अपराध है। इसलिए अकादमी को स्टे दिया जाए। वहीं, अकादमी के संचालक विनोद ने कहा कि साल 2000 में यह जमीन शहर की बेटियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाने जूडो कराटे के साथ वृद्धाश्रम के लिए आवंटित हुई थी। 2001 से वह यहां पर अकादमी चला रही है। 7 जुलाई को विनोद ने अपनी क्लास को रेगुलर तरीके से लॉक किया और अगले दिन देखा तो नीना तीवारी ने जबरदस्ती अकादमी के दरवाजे पर लोहे की चेन डाल कर उसको अपने कब्जे में लेने की कोशिश की। चंडीगढ़ जिला अदालत ने मामले को लेकर 26 जुलाई तक फैसला टाल दिया है।

विनोद ने बताया कि नीना तीवारी ने महिलाओं के ग्रुप के साथ मिलकर उनके साथ बहसबाजी शुरू की। इस बात की शिकायत उन्होंने नौ जुलाई को एसएसपी को दी थी। नीना ने इस जमीन पर कभी वृद्ध आश्रम नहीं बनाया और न ही कभी उसका काम शुरू करवाया। नीना तीवरी ने इस परिसर को पूरी तरह से कमर्शियल एक्टिविटी के लिए प्रयोग किया।

विनोद ने कहा कि नीना के साथ कोई मारपीट नहीं हुई है। जब उन्हाेंने गेट पर ताला लगाया तो उनकी ट्रेनियों ने उन्हें पकड़ कर एक तरफ किया था। जिन ट्रेनियों ने नीना को पकड़ा था वह सिर्फ 11 से 15 साल की थी। उन्हाेंने कहा कि अकादमी में केवल स्पोर्ट्स के उपकरण ही पड़े हुए हैं जबकि नीना ने कहा था कि यहां जिम बना हुआ है।

कोर्ट में नीना के खिलाफ फर्जीवाड़ा करने की भी शिकायत दर्ज हुई है। विनोद ने बताया कि संस्था के दस्तावेजों में पुराने लोगों के ही नाम दर्ज हैं, जबकि नीना से नए नामों को रजिस्टर्ड ही नहीं करवाया। वहीं नीना पिछले 31 साल से संस्था की प्रेसिडेंट बनी हुई है। एसडीएम कोर्ट की ओर से तीवारी को नोटिस भी भेजा गया है, क्योंकि उन्हाेंने प्लॉट की लीज पेमेंट न भरने के लिए करीब 50 लाख रुपये लीज मनी पेंडिंग है।

चंडीगढ़ प्रशासन ने सेल्फ डिफेंस और वृद्ध आश्रम खोलने को दी थी जगह

1991 में चंडीगढ़ प्रशासन ने महिला मंडल को शहर की लड़कियों के लिए सेल्फ डिफेंस अकादमी और वृद्ध आश्रम खोलने के लिए दी थी जमीन। जिसमें महिला मंडल की तरफ से फ्री सेल्फ डिफेंस अकादमी खोली गई और साथ में हनुमान का मंदिर स्थापित किया गया। इस जगह पर वृद्ध आश्रम की कोई व्यवस्था नहीं थी। फ्री सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देने के लिए विनाेद को ट्रेनर नियुक्त किया गया।

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