‘नवां पंजाब भाजपा दे नाल’ नारे के साथ भाजपा ने फूंका चुनावी बिगुल, कांग्रेस पर निशाना, लेकिन कैप्‍टन पर चुप्‍पी

Punjab Assembly Election 2021 भाजपा ने ‘नवां पंजाब भाजपा दे नाल’ नारे के साथ पंजाब में चुनावी बिगुल फूंक दिया है। पार्टी ने कांग्रेस पर हमला किया है और राज्‍य की सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। पार्टी कैप्‍टन अमरिंदर सिंह पर चुप रही है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 08:11 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 08:11 PM (IST)
‘नवां पंजाब भाजपा दे नाल’ नारे के साथ भाजपा ने फूंका चुनावी बिगुल, कांग्रेस पर निशाना, लेकिन कैप्‍टन पर चुप्‍पी
चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते पंजाब भाजपा प्रभारी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत। (जागरण)

चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। ‘नवां पंजाब भाजपा दे नाल’ (नया पंजाब भाजपा के साथ ) नारे से भारतीय जनता पार्टी ने पंजाब में चुनावी बिगुल बजा दिया है। भाजपा ने इस बात के भी संकेत दे दिए है कि किसान संगठन के विरोध के बीच में अब पार्टी 117 विधान सभा सीटों पर अकेले लड़ेगी। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री व पंजाब के चुनावी प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि कृषि कानून पर किसान संगठनों के साथ बातचीत के लिए केंद्र सरकार ‘दरवाजे और दिल’ खुले हुए है। बातचीत की शुरूआत करने की जितनी जिम्मेदारी केंद्र सरकार ही है, उतनी ही किसान संगठनों की भी है।

पार्टी के पंजाब प्रभारी शेखावत बोले- टुकड़ों में बंटी कांग्रेस से लोगों का मोहभंग, भाजपा ही है विकल्प

पंजाब में भाजपा के चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए चंडीगढ़ पहुंचे शेखावत ने सिखों और पंजाब के लिए मोदी सरकार द्वारा किए गए कामों का जिक्र किया। केंद्रीय मंत्री ने 1984 के सिख दंगों में न्याय दिलवाने, करतारपुर कारिडोर बनाने व काली सूची को छोटी करने जैसे मुद्दों का हवाला दिया। चुनाव प्रभारी शेखावत ने  कृषि कानूनों को लेकर न सिर्फ केंद्र सरकार का बचाव किया बल्कि किसान संगठनों पर भी हमले बोले।

चंडीगढ़ में पंजाब भाजपा के कार्यक्रम में पार्टी के नेता। (जागरण)

उन्होंने कहा कि कुछ लाेग अपने हित व राजनीतिक स्वार्थों के लिए आंदोलनकारी किसानों के कंधे का सहारा ले रहे हैं। जबकि, करोड़ों किसान प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के साथ है। मोदी सरकार ही है जिसने स्वामीनाथन की रिपोर्ट को लागू किया है। जब उनसे पूछा गया कि किसान संगठनों के दबाव के कारण भाजपा गांवों में नहीं जा पा रही है, तो शेखावत ने कहा, गुरु तेगबहादुर जी और औरंगजेब के समय से ज्यादा खराब हालात तो नहीं है।

उन्होंने कहा कि टुकड़ों में बंटी कांग्रेस से लोगों का मोहभंग हो चुका है, भाजपा ही अब विकल्प है। लोगों को न तो कांग्रेस और न ही अकाली दल और आम आदमी पार्टी से कोई उम्मीद है। ‘नवां पंजाब भाजपा दे नाल’ नारे के संबंध में शेखावत ने कहा कि भाजपा पंजाब को नशा मुक्त और भ्रष्टाचार मुक्त शासन देगी। पंजाब के लोग भी इस बात को समझ रहे हैं। यही कारण है कि पिछले छह माह में 5000 लोगों ने विभिन्न पार्टियों को छोड़ कर भाजपा का हाथ थामा है, जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार को अपना इनवेस्ट पंजाब भी आनलाइन करना पड़ रहा है। इनवेस्ट के लिए सबसे जरूरी है स्थिरता और आत्मशक्ति, जोकि कांग्रेस सरकार के पास नहीं है।

शेखावत बोले - सीमा सुरक्षा को लेकर सियासत नहीं करनी चाहिए

बीएसएफ का दायरा बढ़ाने को लेकर पंजाब में हो रही राजनीति पर शेखावत ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों की राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर सियासत नहीं करनी चाहिए। जब पहले बीएसएफ के पास 15 किलोमीटर का दायरा तब क्या फर्क था, 50 किलोमीटर हो गया तो संवैधानिक ढांचे को खतरा पैदा हो गया। जबकि, कांग्रेस के ही पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी इस बात का समर्थन किया है। कैप्टन खुद यह कह रहे है कि ड्रोन 31 किलोमीटर तक सीमा के अंदर आ सकते हैं।

कैप्टन अमरिंदर सिंह पर नरम दिखी भाजपा

कैप्‍टन अमरिंदर सिंह द्वारा अपनी पार्टी बनाकर भाजपा के साथ सीट बंटवारे वाली बात को लेकर गजेंद्र सिंह शेखावत ने कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने कहा कि इसका जवाब तो कैप्टन ही दे सकते हैं। कैप्टन के साथ गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयता और भाजपा की नीतियों में भरोसा रखने वाले लोगों के लिए पार्टी की दरवाजे और बाहें दोनों ही खुले हुए हैं।

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