नवजोत सिद्धू को करतारपुर साहिब न जाने पर हुआ खुलासा, जानें 'गुरु' को क्‍यों नहीं मिली अनुमति

पंजाब कांग्रेस के अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू वीरवार को मुख्‍यमंत्री चरणजीत सिंह चन्‍नी के जत्‍थे के साथ पाकिस्‍तान स्थित गुरुद्वारा करतारपुर साहिब में माथा टेकने नहीं जा सके। बताया गया कि उनको केंद्र सरकार से अनुमति नहीं दी लेकिन अब खुलासा हुआ कि पहले जत्‍थे में उनका नाम नहीं था।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 06:42 PM (IST) Updated:Fri, 19 Nov 2021 08:23 AM (IST)
नवजोत सिद्धू को करतारपुर साहिब न जाने पर हुआ खुलासा, जानें 'गुरु' को क्‍यों नहीं मिली अनुमति
पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू। (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। कांग्रेस के प्रदेश प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब के मुख्‍यमंत्री चरणजीत सिंह चन्‍नी के जत्‍थे के साथ डेरा नानक स्थित कारिडोर से होकर पाकिस्‍तान स्थित करतारपुर साहिब नहीं जा सके। बताया गया कि उनको केंद्र सरकार ने उनको अनुमति नहीं दी। लेकिन, अब खुलासा हुआ है कि उनका नाम सीएम चरणजीत सिंह चन्‍नी के साथ जानेवाले पहले जत्‍थे में था ही नहीं।     

बीती रात नवजोत सिंह सिद्धू को श्री करतारपुर साहिब जाने की अनुमति नहीं मिलने की बात सामने आई। इसके बाद दिन में वह सीएम चन्‍नी के शिष्टमंडल के साथ पाकिस्तान स्थित श्री करतारपुर साहिब नहीं जा सके। सिद्धू के मीडिया सलाहकार जगतार सिद्धू ने आराेप लगाया कि सियासी कारणों से नवजोत सिंह सिद्धू को श्री करतारपुर साहिब जाने की केंद्र सरकार ने अनुमति नहीं दी है।

अब सिद्धू को श्री करतारपुर साहिब जाने की अनुमति नहीं मिलने के असली कारण का खुलासा हुआ है। दरअसल पंजाब सरकार द्वारा केंद्र सरकार को भेजी गई  श्री करतारपुर साहिब जाने वाले लोगों की पहली सूची में नवजोत सिद्धू का नाम  शामिल नहीं किया था। दूसरी सूची में उनका नाम भेजा गया। इसी कारण  18 नवंबर को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की अगुवाई में गए पहले जत्‍थे में सिद्धू को स्थान नहीं मिल पाया।

सिद्धू को करतारपुर साहिब जाने वाले पंजाब सरकार के जत्थे में स्थान न मिल पाने को लेकर दिनभर चर्चाओं को बाजार गर्म रहा। सिद्धू पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने 2019 में करतारपुर कारिडोर खोलने को लेकर सूचना दी थी। सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा करतारपुर कारिडोर को दोबारा खोलने की घोषणा के बाद मंगलवार को राज्य सरकार ने सिद्धू से संपर्क किया था, हालांकि इससे पहले राज्य सरकार ने एक लिस्ट केंद्र सरकार को भेजी थी।

केंद्र सरकार ने 50 व्यक्तियों के ही जाने की इजाजत पंजाब सरकार को दी थी। सिद्धू ने जब करतारपुर साहिब जाने की इच्छा जताई तो दूसरी लिस्ट में उनका नाम शामिल करके भेजा गया। लेकिन उन्हें 18 नवंबर को जाने की इजाजत नहीं मिली। अब वह 20 नवंबर को श्री करतारपुर साहिब जा सकेंगे।

जानकारी के अनुसार सिद्धू ने करतारपुर साहिब जाने को लेकर अपना बैग तक पैक कर लिया था लेकिन बुधवार को पंजाब सरकार के एक अधिकारी व खुफिया विभाग के एक अधिकारी ने फोन करके बताया कि उनका नाम उस लिस्ट में शामिल नहीं है जो 18 नवंबर को जा रहा है। बताया जाता हे कि इससे सिद्धू काफी दुखी भी हो गए थे। वहीं, जैसे ही मुख्यमंत्री का जत्था पाकिस्तान के लिए रवाना हुआ, सिद्धू ने एक वीडियो के साथ ट्वीट किया। इसमें करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलने की मांग से शुरू हुए घटनाक्रम का वर्णन है।

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