पंजाब कांग्रेस के संगठन में जल्द बड़ा बदलाव संभव, नए अध्यक्ष के लिए सिद्धू नहीं दो अन्य नेताओं के नाम
Punjab Congress पंजाब कांग्रस में अतर्कलह पर पार्टी आलाकमान के फैसले से पहले राज्य संगठन में बड़े बदलाव की चर्चा और तेज हाे गई है। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष के लिए अब नवजाेत सिंह सिद्धू नहीं दो अन्य नेताओं मनीष तिवारी और विजय इंदर सिंगला के नाम चर्चा में हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। Punjab Congress: पंजाब कांग्रेस में अंतर्कलह सुलझाने के लिए पार्टी आलाकमान का फैसला अभी नहीं आया है। माना जा रहा है कि अगले विधाानसभा चुनाव को ध्यान में रख कर पार्टी नेतृत्व कई फार्मूले पर विचार कर रहा है। इस बीच, पंजाब कांग्रेस के संगठन में बदलाव खासकर पार्टी के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ की जगह नए अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा और तेज हो गई है। कहा जा रहा है कि पार्टी हाईकमान पंजाब कांग्रेस में भारी फेरबदल कर सकती है। इस बीच, पंजाब अध्यक्ष पद के लिए अब नवजोत सिंह सिद्धू नहीं दो अन्य नेताओं के नाम सबसे ऊपर चर्चा में हैं।
चर्चा है कि कांग्रेस नए प्रदेश प्रधान के लिए हिंदू चेहरों पर ही विचार कर रही है। हालांकि वार्तामन प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ भी हिंदू है लेकिन चर्चा है कि पार्टी उन्हें बदल रही है। ऐसे में सवाल है कि अगर पार्टी जाखड़ को बदलती है तो उनके स्थान पर कौन सा हिंदू चेहरे को तरजीह दी जाएगी।
दरअसल पंजाब कांग्रेस में चल रहे उठापटक के बीच कई तरह की चर्चाओं रोज सामने आ रही है। पार्टी की अंतर्कलह की शुरूआत तो यहां से हुई थी कि असंतुष्ट खेमे का कहना था कि आम धारणा है कि कांग्रेस और अकाली दल मिले हुए हैं। धीरे-धीरे यह मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ हो गई। कांग्रेस ने अंतर्कलह को सुलझाने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया। जिसके सामने करीब 63 विधायकों ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की कारजुगारी पर सवाल खड़े किए।
वहीं, चर्चा है कि सारी उठापटक के बीच पार्टी हाईकमान कांग्रेस के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ की छुट्टी करके उनके स्थान पर नए हिंदू चेहरे की तलाश कर रही है। इसके लिए प्रमुख रूप से आनंदपुर साहिब के सांसद मनीष तिवारी व शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला का नाम तेजी से सामने आ रहा है। हालांकि इन नामों की चर्चा अक्सर ही होती रहती है।
वहीं, यह भी कहा जा रहा है कि मनीष तिवारी चूंकि जी-23, जिन्होंने पार्टी में चुनाव करवाने को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखा था, में शामिल थे। इस कारण संभवतः हाईकमान उन्हें मौका न दे। वहीं, मनीष तिवारी इन दिनों मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के भी खासे करीबी माने जा रहे हैं। यही कारण है कि मनीष तिवारी का नाम भी सामने आ रहा है।
दूसरी ओर, सिंगला न सिर्फ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी है बल्कि राहुल गांधी कैंप में भी उनकी अच्छी पहचान मानी जाती है। चूंकि 2022 में सारी जिम्मेदारी पार्टी प्रधान के ऊपर होगी। एसे में प्रदेश प्रधान की कुर्सी पर कई नेताओं की नजर लगी हुई है।