एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर जयपाल भुल्लर के साथी भरत को ओकू ने कोर्ट में किया पेश, मिला 7 दिन का रिमांड

एनकाउंटर में मारे गए कुख्यात गैंगस्टर जयपाल भुल्लर के साथ भरत कुमार को एडीशनल सिविल जज के सामने पेश किया गया। 9 जून को शंभू बॉर्डर पर राजपुरा के पास लुधियाना के साहनेवाल निवासी भरत कुमार को बंगाल की कार नंबर डब्ल्यूबी-02 आर-4500 व 30 बोर पिस्टल समेत काबू किया।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 05:15 PM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 05:15 PM (IST)
एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर जयपाल भुल्लर के साथी भरत को ओकू ने कोर्ट में किया पेश, मिला 7 दिन का रिमांड
गैंगस्टर जयपाल भुल्लर के साथी भरत कुमार को ओकू ने कोर्ट में किया गया पेश।

मोहाली, जेएनएन। एनकाउंटर में मारे गए कुख्यात गैंगस्टर जयपाल भुल्लर के साथ भरत कुमार को एडीशनल सिविल जज के सामने पेश किया गया। आरोपित भरत कुमार की निशानदेही पर पश्चिम बंगाल के जिला बिरभुम के शापुरजी अपार्टमेंट में कुख्यात गैंगस्टर व तस्कर जयपाल भुल्लर व उसके साथी जसप्रीत जस्सी उर्फ जस्सी खरड़ का एनकाउंटर किया गया था। भरत कुमार को वीरवार ऑर्गेनाइजेशन क्राइम कंट्रोल यूनिट (ओकू) टीम ने खरड़ स्थित एडीशनल सिविल जज (सीनियर डीविजन) शिल्पी गुप्ता की कोर्ट में पेश किया।

ओकू टीम ने अदालत में भरत कुमार रिमांड की सिफारिश करते हुए तर्क दिया कि भरत कुमार गैंगस्टर जयपाल भुल्लर का करीबी साथी था और उसी ने ही अपने  ससुराल वालों की मदद से जयपाल को बंगाल में फ्लैट लेकर दिया था। इससे उसके ससुराल वालों के बारे में पूछताछ करनी है। वहीं ओकू टीम ने कहा कि भरत से इस बारे में जानकारी लेनी है कि जयपाल भुल्लर के अलावा उसके और कितने गैंगस्टरों से सबंध हैं और इससे पहले पंजाब में हुई वारदातों में शामिल भुल्लर के संपर्क में और कितने लोग थे। वहीं ट्रक में पकड़े गए विस्फोटक का जयपाल भुल्लर से क्या कनेक्शन था। अदालत ने ओकू टीम की दलीलें सुनने के बाद भरत कुमार को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।

जिक्रयोग है कि जयपाल 11 साल से 10 राज्यों में 45 आपराधिक मामलों में वांटेड था। 9 जून को शंभू बॉर्डर पर राजपुरा के पास लुधियाना के साहनेवाल निवासी भरत कुमार को बंगाल की कार नंबर डब्ल्यूबी-02 आर-4500 व 30 बोर पिस्टल समेत काबू किया गया। पूछताछ में वह जयपाल का साथी निकला। उसने बताया कि जयपाल कोलकाता में है। फिर बंगाल पुलिस को सूचित कर पंजाब पुलिस की ओकू टीम बाय एयर भेजी गई। जयपाल वहां 22 मई से फर्जी नाम से रह रहा था। फ्लैट से पुलिस को 7 लाख कैश, 5 अत्याधुनिक हथियार और 89 कारतूस बरामद हुए थे। इनमें पंजाब पुलिस से लूटे 9 एमएम के दो पिस्टल भी शामिल हैं। 15 मई को जगराओ की दानामंडी में सीआइए के एएसआइ भगवान सिंह व दलविंदर सिंह की हत्या करने के बाद जयपाल 3 साथियों समेत फरार हो गया था।  पंजाब पुलिस ने जयपाल पर 10 लाख और उसके साथियों पर 9 लाख का इनाम रखा हुआ था। जयपाल के दो साथी दर्शन व बब्बी 28 मई को गवालियर में पकड़े गए थे। ओकू को यह पहली लीड मिली थी।

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