रेलवे अंडरपास को लेकर बलटाना निवासियों ने दिल्ली-कालका शताब्दी ट्रेन रोक किया प्रदर्शन

चंडीगढ़ -अंबाला रेल मार्ग पर बलटाना के हरमिलाप नगर रायपुरकलां (रेलवे फाटक नंबर-123) पर लगते सुबह शाम जाम से परेशान बलटाना निवासियों ने रविवार सुबह रेलवे ट्रैक घेर लिया और जाम लगाकर दिल्ली-कालका शताब्दी ट्रेन को रोक दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Sep 2021 11:31 PM (IST) Updated:Sun, 05 Sep 2021 11:31 PM (IST)
रेलवे अंडरपास को लेकर बलटाना निवासियों ने दिल्ली-कालका शताब्दी ट्रेन रोक किया प्रदर्शन
रेलवे अंडरपास को लेकर बलटाना निवासियों ने दिल्ली-कालका शताब्दी ट्रेन रोक किया प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, जीरकपुर : चंडीगढ़ -अंबाला रेल मार्ग पर बलटाना के हरमिलाप नगर रायपुरकलां (रेलवे फाटक नंबर-123) पर लगते सुबह शाम जाम से परेशान बलटाना निवासियों ने रविवार सुबह रेलवे ट्रैक घेर लिया और जाम लगाकर दिल्ली-कालका शताब्दी ट्रेन को रोक दिया। कांग्रेसी नेता प्रताप सिंह राणा की अगुवाई में लोग ट्रेन के आगे आकर प्रदर्शन करने लगे और रेलवे ट्रैक पर लेटकर जाम लगा दिया। ट्रेन रोकने की सूचना पर एसएचओ जीरकपुर ओंकार सिंह बराड़ पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों से रेलवे ट्रैक से हटने की अपील की, लेकिन प्रताप राणा का कहना था कि वह पिछले पांच साल से यहां रेलवे अंडरपास बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन कोई अधिकारी उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है। इस पर एसएचओ ने उन्हें कहा कि वह अपना संघर्ष जारी रख सकते हैं, लेकिन रेलवे ट्रैक को खाली कर दें। करीब 10 मिनट दिल्ली-कालका शताब्दी ट्रेन रेलवे ट्रैक पर खड़ी रही जिसके बाद पुलिस के तीखे हस्तक्षेप के बाद बलटाना निवासियों ने रेलवे ट्रैक को खाली कर दिया और ट्रैक से कुछ दूर हटकर वहां दरी बिछाकर अपना प्रदर्शन जारी रखा।

इसी बीच प्रदर्शनकारियों का हिस्सा बनने के लिए नगर परिषद के कमेटी प्रधान व कांग्रेसी पार्षद उदयवीर ढिल्लों भी वहां पहुंचे। उन्होंने बलटाना निवासियों को लंबे समय से आ रही इस गंभीर समस्या को हल करवाने के लिए संघर्ष को और तेज करने को कहा। इस दौरान यह फैसला लिया गया कि जब तक रेलवे विभाग का कोई बड़ा अधिकारी आकर उनकी बात नहीं सुनता तब तक अनिश्चितकालीन समय तक यह संघर्ष व धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। हर बार दिया जाता रहा आश्वासन

रोष प्रदर्शन कर रहे बलटाना के लोगों ने बताया कि 28 अक्टूबर 2018 को लोगों ने रेलवे अंडरपास के लिए संघर्ष किया था। चार दिन के प्रदर्शन के बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने उन्हें तीन महीने में कागजी कार्रवाई पूरी होने की बात कहकर काम शुरू करवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद 20 सितंबर 2020 को दोबारा संघर्ष किया तब रेलवे अधिकारियों ने भरोसा दिया जल्द ही इस पर काम शुरू होगा। 27 दिसंबर 2020 को अंबाला इंजीनियरिग डिपार्टमेंट के अधिकारियों को इस परियोजना को मंजूरी संबंधी आइआरपीएम वेबसाइट पर अपलोड किया था, लेकिन फिर भी काम शुरू नहीं हुआ।

रेलवे प्रशासन ने 31 मार्च तक का समय मांगा

अनिश्चित समय के लिए धरने पर बैठे बलटाना निवासियों के पास देर शाम अंबाला रेलवे डिवीजन से सीनियर इंजिनियर परवीन मोहन सहाए पहुंचे और कांग्रेस पार्टी से हलका डेराबस्सी के इंचार्ज दीपइंदर ढिल्लों व उदयवीर ढिल्लों के साथ चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर इस मुद्दे पर मीटिग हुई। इस दौरान रेलवे प्रसाशन ने अंडरब्रिज का काम शुरू करवाने के लिए 31 मार्च का समय मांगा गया है। जिसके बाद शाम साढ़े पांच बजे प्रदर्शनकारियों ने धरना खत्म कर दिया।

कोट्स

अभी किसी पर मामला दर्ज नहीं किया गया है। वेरिफाई किया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों द्वारा रेलवे विभाग को जाम संबंधी सूचित किया गया था या नहीं। मामले की जांच के बाद ही बनती कार्रवाई की जाएगी।

- ओंकार सिंह बराड़, एसएचओ जीरकपुर

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