70 की उम्र में हरिहर ने छह घंटे 22 मिनट में पूरी की 42 किमी दौड़ Chandigarh News
हरिहर बताते हैं कि वह रोजाना सुबह चार बजे उठकर अपनी तैयारी शुरू कर देते हैं। पहले एक घंटा वह एक्सरसाइज करते हैं और उसके बाद रोजाना 25 किलोमीटर की दौड़ लगाते हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ के हरिहर साहनी ने दिल्ली में आयोजित आइडीबीआइ फेडरल लाइफ इंशोरेंस की तरफ से आयोजित न्यू दिल्ली मैराथन (42 किलोमीटर) में हिस्सा लेते हुए ब्रांज मेडल जीता। 65 प्लस आयुवर्ग कैटेगरी में दौड़ने वाले हरिहर ने बताया कि इस दौड़ को पूरा करने के लिए सात घंटे का समय रखा गया था, लेकिन उन्होंने यह दौड़ छह घंटे 22 मिनट में पूरी की। जिसके चलते उन्हें यह मेडल मिला है। इससे पहले हरिहर ने पिछले महीने चंडीगढ़ क्लब से आयोजित पंजाब हाफ मैराथन में भी मेडल जीता था।
पिछले साल 21 सितंबर को आयोजित टफमैन हाफ मैराथन में हरिहर ने ढाई घंटे में 21 किलोमीटर की दौड़ पूरी की थी, जबकि इस हाफ मैराथन को पूरा करने का समय साढ़े तीन घंटे का था। इसके बाद उन्होंने 29 सितंबर को कोटक महिंद्रा की हाफ मैराथन को निश्चित समय से पहले पूरा किया था। मास्टर एथलीट हरिहर साहनी ने बताया कि वह 70 साल के हैं और मूल रूप से बिहार जिले के बगहा कस्बे के रहने वाले हैं। वहीं बाजार में पहले वह कपड़े की दुकान करते थे, लेकिन अब वह अपने बेटों के साथ चंडीगढ़ में सेटल हो गए हैं।
रोजाना 25 किलोमीटर की दौड़ लगाते हैं हरिहर
हरिहर बताते हैं कि वह रोजाना सुबह चार बजे उठकर अपनी तैयारी शुरू कर देते हैं। पहले एक घंटा वह एक्सरसाइज करते हैं और उसके बाद रोजाना 25 किलोमीटर की दौड़ लगाते हैं। हरिहर बताते हैं कि कई बार तो वह अपनी शरीरिक क्षमता को देखने के लिए 42 किलोमीटर की दौड़ लगाते हैं। वह हाफ मैराथन ढाई से तीन घंटे में पूरी कर देते हैं, जबकि मैराथन छह घंटे में पूरी करते हैं।
अब मास्टर्स ओलंपिक में मेडल जीतना ही मेरे जीवन का लक्ष्य
हरिहर बताते हैं कि कि अब मास्टर्स ओलंपिक में मेडल जीतना ही मेरा जीवन का लक्ष्य है। मैंने इसके लिए लिए मेहनत करना भी शुरू कर दिया है। मेरी यही कोशिश है कि इस साल जो भी बड़े मैराथन होंगे, मैं उन सभी मैं हिस्सा लूं और बड़ी प्रतियोगिता से पहले खुद को जीत के लिए तैयार करूं।