अपनी पार्टी की गुटबाजी का ठीकरा अधिकारियों पर फोड़ना बंद करें अरुण सूद : कांग्रेस
बीजेपी ने नगर निगम आयुक्त व अधिकारियों पर भ्रष्टाचार व मनमाने काम करने के आरोप लगाए थे। इसके जबाव में कांग्रेस नेताओं मे बीजेपी को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि केंद्र से सांसद किरण खेर का बजट लाने में नाकामी के क्या जिम्मेदार कमिश्नर व अधिकारी है।
चंडीगढ़, जेएनएन। बीजेपी के अध्यक्ष अरुण सूद व अन्य नेताओं के नगर निगम आयुक्त व अधिकारियों पर भ्रष्टाचार व मनमाने काम करने के आरोपों पर दिए बयान पर चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा, पार्षद दविंदर सिंह बबला, शिलाफुल सिंह, सतीश केंथ, गुरबख्श रावत, रुपिंदर गुजराल के संयुक्त बयान में आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों पर आरोप लगाने से पहले अरुण सूद व उनके पार्षद अपने गिरेबान में झांके। अरुण सूद यह बताएं कि उनके एरिया के कम्यूनिटी सेंटर में महंगे झूमर में भ्रष्टाचार का आरोप किस पर लगा था। पार्षदों व अधिकारियों के टूर में किसके नजदीकी रिश्तेदारों से टिकटों का आरोप लगा था।
उन्होंने कहा कि पार्षद भरत कुमार, दलीप कुमार व डिप्टी मेयर जगतार सिंह जग्गा पर किस तरह के भ्रष्टाचार का आरोप लगे थे। किसी नेता की ऑडियो तो किसी की वीडियो वायरल हुई थी। अरुण सूद अपनी पार्टी की गुटबाजी का ठीकरा अधिकारियों पर फोड़ना बंद करें। मेयर राजबाला मलिक अगर अपनी पार्टी के अध्यक्ष व पार्षदों की बात नहीं सुनती जोकि जगजाहिर है। उसकी खुन्नस अधिकारियों पर निकाल कर अरुण सूद व उनके पार्षद अपनी नाकामियों को छुपा नही सकते है। बिना बजट के प्रावधान के गांवों को नगर निगम में शामिल करने फैसला किस का था? आज दर दर भटक रहे वेंडर्स का जिम्मेदार कौन है? शहर की दुर्दशा का जिम्मेदार कौन है? टैक्सों व बिजली पानी की दरों में बढ़ोतरी का एजेंडा लाने व पास करने वाले कौन है?
उन्होंने सवाल उठाया कि केंद्र से सांसद किरण खेर का बजट लाने में नाकामी के क्या जिम्मेदार कमिश्नर व अधिकारी है। आज केंद्र से लेकर चंडीगढ़ नगर निगम में पूर्ण बहुमत में जो पार्टी हो वो कहे कि कमिश्नर व अधिकारी उनकी सुनते नही है व मनमानी करते है। ऐसी बातों से बीजेपी के नेता जगहंसाई के पात्र बन कर रहे गए है।
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