ट्रैफिक विग में करप्शन का गुमनाम पत्र, अब अफसर बोले- नही मिली कोई शिकायत

चंडीगढ़ ट्रैफिक विग में एक डीएसपी की मनमानी और करप्शन के खेल की शिकायत वायरल होने के दो दिन बाद भी आला अधिकारी लिखित शिकायत के इंतजार में बैठे हैं जबकि इससे पहले भी विभाग में इसी तरह के एक गुमनाम शिकायत पर बड़ी कार्रवाई हो चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 06:48 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 06:48 AM (IST)
ट्रैफिक विग में करप्शन का गुमनाम पत्र, अब अफसर बोले- नही मिली कोई शिकायत
ट्रैफिक विग में करप्शन का गुमनाम पत्र, अब अफसर बोले- नही मिली कोई शिकायत

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : चंडीगढ़ ट्रैफिक विग में एक डीएसपी की मनमानी और करप्शन के खेल की शिकायत वायरल होने के दो दिन बाद भी आला अधिकारी लिखित शिकायत के इंतजार में बैठे हैं, जबकि इससे पहले भी विभाग में इसी तरह के एक गुमनाम शिकायत पर बड़ी कार्रवाई हो चुकी है। 12 मई को वायरल शिकायत में शिकायतकर्ता ने खुद को ट्रैफिक पुलिस में 32 साल से तैनात बताया है। अधिकारियों का कहना है कि लिखित शिकायत के बाद गहनता से जांच के बाद शिकायत सही होने पर कार्रवाई भी की जाएगी।

शिकायतकर्ता ने लिखा कि वह भी 32 साल से चंडीगढ़ पुलिस में कांस्टेबल के तौर पर तैनात है। ट्रैफिक विग में एक डीएसपी की शह पर ट्रैफिक मुलाजिमों में फरलो चल रहा है। इसके अलावा मनमानी तरीके से डीएसपी ने घर पर कुक, ड्राइवर सहित अन्य काम के लिए मुलाजिम रखे हैं, जबकि ट्रैफिक विग में पहले से ही मुलाजिमों की कमी है। इन काम के लिए दो से तीन कांस्टेबल और हेडकांस्टेबल को मुखिया बना रखा है। जिनके इशारे पर विग में करप्शन और मनमानी चल रही है। वायरल शिकायत पत्र के अनुसार शिकायत की कॉपी प्रशासक, एडवाइजर, होम सेक्रेट्री, डीजीपी और एसएसपी ट्रैफिक को भी भेजी गई है। हालांकि अभी तक एसएसपी ट्रैफिक मनीषा चौधरी ने इस तरह की शिकायत मिलने से इनकार किया है। पहले भी गुमनाम पत्र पर हुई बड़ी कार्रवाई

2019 में में भी किसी अज्ञात ने यूटी पुलिस के उच्च अधिकारियों को एक चिट्ठी लिखी थी। जिसमें कुछ कांस्टेबल्स के नाम लिखे गए थे। साथ ही लिखा था कि आइआरबी से कुछ मुलाजिम फरलो करते हैं। उच्च अधिकारियों ने आइपीएस ऑफिसर को जांच का जिम्मा सौंपा था। ऑफिसर ने जांच पुरी करने के बाद दोबारा उच्च अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें सामने आया था कि असली में आइआरबी में मुलाजिम फरलो मार रहे हैं। इसी रिपोर्ट के आधार पर आइआरबी (इंडियन रिजर्व बटालियन) के फरलो मामले में पांच कांस्टेबल को सस्पेंड किया गया और 22 कांस्टेबलों को पुलिस लाइन में ट्रांसफर कर दिया गया था।

chat bot
आपका साथी