चंडीगढ़ अग्रवाल समाज के आनंद सिंगला अग्रवाल बने अध्यक्ष, बंसल को सौंपी महामंत्री की जिम्मेदारी

पिछले वर्ष कोरोना काल में जरूरतमंदों की सेवा के लिए भी सम्मेलन को स्वतंत्रता दिवस पर राज्यपाल ने सम्मानित किया। प्रदीप बंसल को भी दोबारा प्रदेश महामंत्री मनोनीत किया है। प्रदीप बंसल समाजसेवी और भाजपा नेता भी हैं और लंबे समय से अग्रवाल समाज के लिए काम कर रहे हैं।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 12:31 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 12:31 PM (IST)
चंडीगढ़ अग्रवाल समाज के आनंद सिंगला अग्रवाल बने अध्यक्ष, बंसल को सौंपी महामंत्री की जिम्मेदारी
चंडीगढ़ अग्रवाल समाज ने आनंद सिंगला अग्रवाल दोबारा अध्यक्ष बनाया है।

चंडीगढ़, जेएनएन। अग्रवाल समाज प्रतिनिधित्व करने वाला संगठन अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन ने आनंद सिंगला को फिर से अध्यक्ष मनोनीत किया है। जबकि अभी भी वह अध्यक्ष पद पर ही थे। उनका यह कार्यकाल अगले तीन वर्ष का होगा। पेशे से व्यापारी सिंगला छह सालों से लगातार प्रदेशाध्यक्ष के तौर पर सेवाएं प्रदान कर रहें हैं। इसी के साथ राष्ट्रीय समीति ने सिंगला को एक अन्य बड़ी जिम्मेदारी देते हुए सम्मेलन की अग्रसेन रसोई का राष्ट्रीय वाइस चैयरमेन भी मनोनीत किया है।

सम्मेलन चंडीगढ़ में छह वर्षों से निरंतर अग्रसेन की रसोई संचालित कर रहा है। पिछले वर्ष कोरोना काल में जरूरतमंदों की सेवा के लिए भी सम्मेलन को स्वतंत्रता दिवस पर राज्यपाल ने राजकीय सम्मान से सम्मानित किया। वहीं दूसरी ओर प्रदीप बंसल को भी दोबारा प्रदेश महामंत्री मनोनीत किया है। प्रदीप बंसल समाजसेवी के अलावा भाजपा के नेता भी हैं और लंबे समय से अग्रवाल समाज के लिए काम कर रहे हैं।

यह फैसला सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग और राष्ट्रीय मंत्री की अगुआई में आयोजित हुई बैठक के दौरान सर्वसम्मति से लिया गया। राष्ट्रीय समीति ने सिंगला और बंसल से उम्मीद जताई है कि उनकी टीम सम्मेलन के कार्यों को संगठन की दृष्टि से ओर अधिक मजबूत करेंगे और सभी 54 सेंक्टरों और 35 वार्डों में सम्मेलन के कार्यों में सक्रिय होकर अपना सहयोग व योगदान देंगे। इसी के साथ अग्रवाल समाज की श्रृद्धा आत्मा और भक्ति के केंद्र अग्रोह शक्तिपीठ से प्रदेश के लोगों को जोड़ेंगे। आनंद सिंगला और प्रदीप बंसल ने जिम्मेदारी मिलने पर आभार व्यक्त किया है। शहर में अग्रवाल समाज से जुड़े लोगों की अच्छी खासी तादाद है। कांग्रेस और भाजपा दोनों की नजर अग्रवाल समाज के मतदाताओं पर होती है। दोनों दल ही इस समाज के बिना जीत नहीं दर्ज कर सकते हैं। इसलिए राजनीतिक दल अपने संगठन में अग्रवाल समाज के लोगों को विशेष तवज्जो देते हैं।

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