कोरोना महामारी के बीच देश को तकनीकी क्षेत्र में अपनी योग्यता दिखाने का मिला मौका: वंदना अग्रवाल
कोरोना महामारी ने दुनिया के लगभग सभी देशों को अपनी चपेट में लिया हुआ है। इसके बीच हर एक देश को अपनी योग्यता साबित करने का मौका भी मिला है।
जासं, चंडीगढ़ : कोरोना महामारी ने दुनिया के लगभग सभी देशों को अपनी चपेट में लिया हुआ है। इसके बीच हर एक देश को अपनी योग्यता साबित करने का मौका भी मिला है। अगर बात तकनीक क्षेत्र की करें तो भारत तकनीक के क्षेत्र में काफी अग्रसर नजर आया है। इसके साथ ही आत्मनिर्भर भारत मुहिम ने इस कार्य में सहारा दिया है। चीन के सामान का बहिष्कार करने के बाद देश में तकनीक के क्षेत्र में कई नई चीजें आई हैं। यह तकनीक के क्षेत्र में एक अच्छा संकेत है। वहीं नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति जैसे कई ऐसे सराहनीय कदम उठाए गए हैं, जिनसे आने वाले समय में देश तकनीक क्षेत्र में एक क्रांति की तरह सामने आएगा। यह बात यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिग एंड टेक्नोलॉजी (यूआइईटी) पीयू में आयोजित वेबिनार में इंफोसिस डिलीवरी मैनेजर वंदना अग्रवाल ने कही।
वंदना अग्रवाल पिछले 25 वर्षों से इंफोसिस के साथ जुड़ी हुई हैं और उन्हें तकनीक क्षेत्र में लंबा अनुभव भी है। प्रौद्योगिकी क्षेत्र और भविष्य के कौशल विषय पर यूआइईटी द्वारा वेबिनार आयोजित किया गया था। वंदना अग्रवाल ने स्टूडेंट्स को बताया कि कैसे प्रौद्योगिकी दिन-प्रतिदिन हमारे जीवन को प्रभावित करती है। हम सभी को विशेष रूप से युवाओं को अप टू डेट होना चाहिए क्योंकि आइटी तकनीक तेजी से बढ़ रही है। हर जगह पर नवाचार को प्राथमिकता दी जा रही है। आत्मनिर्भर भारत भी तकनीक क्षेत्र में काफी मदद करेगा। इससे देश के युवाओं को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने सरकार से अपील की कि योग्य और हुनरमंद स्टूडेंट्स के लिए एक प्लेटफार्म बनाया जाना चाहिए। जहां ये युवा अपने कौशल का प्रदर्शन कर सके और उन्हें भविष्य के लिए तैयार किया जा सके।