राज्यपाल से मिल अकाली-भाजपा नेता बोले- शांति भंग करने की साजिश रच रही है कांग्रेस

सुखबीर बादल ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह राज्य की शांति भंग करने की साजिश रच रही है। इस मामले की उन्होंने सीबीआइ जांच की मांग की।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Tue, 18 Sep 2018 07:02 PM (IST) Updated:Tue, 18 Sep 2018 07:02 PM (IST)
राज्यपाल से मिल अकाली-भाजपा नेता बोले- शांति भंग करने की साजिश रच रही है कांग्रेस
राज्यपाल से मिल अकाली-भाजपा नेता बोले- शांति भंग करने की साजिश रच रही है कांग्रेस

जेएनएन, चंडीगढ़। अकाली दल व भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने संयुक्त रूप से एक मांग पत्र राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर को सौंपा। इस दौरान अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह राज्य की शांति भंग करने की साजिश रच रही है। प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले की जांच सीबीआइ से करवाने की भी मांग की।

अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक के नेतृत्व में राज्यपाल को मिले एक प्रतिनिधिमंडल ने अपील की कि वह राज्य सरकार को उन स्वघोषित जत्थेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दें, जो देश विरोधी ताकतों के लिए काम कर रहे हैं तथा राज्य को दोबारा से आतंकवाद की ओर धकेलने की साजिश कर रहे हैं।

प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को यह अपील की कि वह कांग्रेस सरकार को चेतावनी दें कि वे जो गर्मख्याली तत्वों से मिलकर लोगों की धार्मिक भावनाओं को भड़का रहे है, यह आग से खेलने के समान है। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से विनती की कि कांग्रेस सरकार को झूठा धार्मिेक तनाव पैदा न करने का निर्देश दें, क्योंकि कांग्रेस की यह हरकत पंजाब की शांति के लिए घातक साबित होगी।

प्रतिनिधिमंडल ने इस बात की ओर भी राज्यपाल का ध्यान दिलाया कि कांग्रेस सरकार पंजाब तथा हरियाणा हाई कोर्ट के आदेशों को कार्यान्वित करने में बुरी तरह से नाकाम हुई है। हाई कोर्ट ने आदेश दिया था कि अकाली दल की 16 सितंबर की रैली के लिए जरूरी सुरक्षा प्रबंध किए जाएं। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि रैली से वापस आते समय अकाली दल के वर्करों के वाहनों पर गर्मख्यालियों द्वारा हमला किया गया था तथा पुलिस इन घटना को मूकदर्शक बनकर देखती रही थी।

बादल ने कहा कि कांग्रेस सरकार रैलियों पर पाबंदी लगाने के इमरजेंसी के समय के दमनकारी हथकंडों द्वारा न सिर्फ लोकतंत्र  की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है, बल्कि गर्मख्यालियों के साथ मिलकर अकाली दल तथा श्री अकाल तख्त साहिब व गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जैसी सिख संस्थाओं को कमजोर करने का खतरनाक खेल खेल रही है।

इस मौके पर श्वेत मलिक ने राज्यपाल को अपील की कि पंजाब में गड़बड़ी करवाने की साजिश को शुरूआत में ही दबा दिया जाए। उन्हौंने कहा कि पहले भी इसी तरह धार्मिक जज्बात भड़काकर राज्य की शांति भंग की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि हम पंजाब को दोबारा काले दौर मेें धकेलने की इजाजत नहीं दे सकते। प्रतिनिधिमंडल में सुखदेव सिंह ढींडसा, बलविंदर सिंह भूंदड़, प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा, जत्थेदार तोता सिंह, सेवा सिह सेखवां, डॉ. दलजीत सिंह चीमा, मदन मोहन मितल, राजिंदर भंडारी आदि शामिल थे।

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