एयर प्यूरीफिकेशन टावर के परिणाम से चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी खुश, 67 करोड़ क्यूबिक फीट हवा कर चुका साफ
चंडीगढ़ का सबसे प्रदूषित ट्रांसपोर्ट चौक अब स्वच्छ हवा का केंद्र बन गया है। यहां लगाए गए एयर प्यूरीफिकेशन टावर का परिणाम देखकर चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी खुश है। टावर 20 दिन पहले ही यहां शुरू किया गया था यह अब तक 67 करोड़ क्यूबिक फीट हवा कर चुका है।
चंडीगढ़, [बलवान करिवाल]। शहर का सबसे प्रदूषित ट्रांसपोर्ट चौक अब स्वच्छ हवा का केंद्र बन गया है। सात सितंबर से इस चौक पर एयर प्यूरीफिकेशन टावर (Air Purification Tower) शुरू हुआ था। 20 दिनों में ही यह टावर 67 करोड़ क्यूबिक फीट हवा को साफ कर वापस वातावरण में छोड़ चुका है। यह टावर पर्टिक्यूलेट मैटर-2.5 और पीएम-10 पर बड़ा असर डालता है। 18 मीटर ऊंचाई पर लगी नोजल से टावर जो प्रदूषित हवा खींच रहा है उसमें पीएम-2.5 की मात्रा 67 क्यूबिक फिट मिली।
यह टावर 500 एरिया की दूषित हवा को तकनीकी तौर पर प्रोसेस कर साफ कर रहा है। जब साफ करने के बाद वापस इसे छोड़ा जा रहा है तो इसकी मात्रा घट कर महज 19 रह रही है। इसी तरह से पीएम-10 की मात्रा इनटेक में 96 क्यूबिक प्रति फिट मिल रही है। जब इसे वापस प्रोसेस कर वातावरण में छोड़ा जा रहा है तो यह घटकर महज 35 रह रहा है। इस तरह से एयर प्यूरीफिकेशन टावर पीएम-2.5 और पीएम-10 पर सबसे ज्यादा असर डाल रहा है। यह काफी किफायती है।
टावर ऐसे साफ करता है हवा
देश का 25 मीटर हाइट वाला यह सबसे ऊंचा यह एयर प्यूरीफायर ट्रांसपोर्ट चौक के 500 मीटर रेडियस को कवर करता है। प्रदूषित हवा जाल लगे चैंबर नोजल से अंदर जाती है। यह चैंबर जमीन से 18 मीटर ऊंचाई पर है। फिर विभिन्न तरह की प्रदूषित हवा पर कई नोजल स्प्रे से पानी डलता है। इससे सभी हैवी पॉल्यूटिड एयर पर्टिकल्स बहकर ड्रेन ट्यूब में चले जाते हैं। जो वॉटर टैंक में एकत्र होते रहते हैं। इसके बाद प्यूरीफाई हो चुकी हवा को वापस टावर के टॉप से वातावरण में छोड़ दिया जाता है।
डंपिंग ग्राउंड में ऐसा ही टावर
डड्डूमाजरा डंपिंग ग्राउंड शहर का सबसे प्रदूषित एरिया है। यहां की दुर्गंध से हजारों लोग सांस संबंधी बीमारियों से ग्रस्त हो चुके हैं। उनके लिए जीना नासूर बन चुका है। वह इस दुर्गंध और गंदगी से छुटकारा चाहते हैं। एयर प्यूरीफिकेशन टावर के परिणाम देखने के बाद अब डंपिंग ग्राउंड में ऐसा ही टावर लगाने की मांग हो रही है। क्रॉफ्ड ने इसकी मांग प्रशासन से की है। चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी और पर्यावरण विभाग टावर की वर्किंग से संतुष्ट हैं। अब शहर में ऐसी दूसरी जगहों पर यह टावर लगाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसके लिए अभी जिन जगहों का चयन किया गया है उनमें ट्रिब्यून चौक, सेक्टर-17 प्लाजा, प्रेस चौक, हाउसिंग बोर्ड चौक, इंडस्ट्रियल एरिया, जेडब्ल्यू मेरियट चौक सहित अन्य लोकेशन शामिल है। कई और जगहों का सर्वे जारी है।