परीक्षा के बाद स्कूल टीचर्स ही मार्किंग करके सीबीएसई को भेजेंगे आंसरशीट
कोरोना महामारी और न्यू एजुकेशन पालिसी के तहत पहली बार 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं सेमेस्टर में होंगी।
सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़
कोरोना महामारी और न्यू एजुकेशन पालिसी के तहत पहली बार 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं सेमेस्टर में होंगी। पहली परीक्षा 17 नवंबर से 22 दिसंबर तक होगी और दूसरी परीक्षा मार्च-अप्रैल 2022 में होगी। इस बार परीक्षा में स्टूडेंट्स को प्रश्न के उत्तर लिखकर नहीं, बल्कि सिर्फ टिक करके देने होंगे। परीक्षा पूरा करने के लिए स्टूडेंट्स को तीन घंटे का समय मिलेगा, जिसमें स्टूडेंट्स प्रश्न पत्र पढ़कर आप्टिकल मार्क रेड (ओएमआर) की आंसरशीट को टिक करेगा। पेपर पूरा होने के बाद टीचर ओएमआर शीट को स्कैन करेगा और जो भी नंबर बनेंगे उसे स्कैन करके सीबीएसई को भेजेगा। यह सारी प्रक्रिया एक ही दिन में पूरी हो जाएगी।
शहर के 50 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स देंगे परीक्षा
शहर के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों से करीब 50 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स सत्र 2021-2022 में बोर्ड परीक्षा देंगे। सीबीएसई ने बोर्ड की डेटशीट जारी कर दी है, जिसमें 30 नवंबर से 10वीं और एक दिसंबर से 12वीं की परीक्षा शुरू होगी। सीबीएसई ने विभिन्न जरूरी सेंट्रलाइज विषयों की डेटशीट जारी की है और सभी स्कूलों को निर्देश जारी किए हैं कि अन्य विषय के पेपर 17 नवंबर से लेना शुरू करें। परिणाम बनाने में रहेगी आसानी
सीबीएसई ने न्यू एजुकेशन पालिसी के तहत पहली बार आंसरशीट की जगह ओएमआर शीट का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है। इस प्रक्रिया से परिणाम तैयार होने में आसानी रहेगी। अध्यापक को एक ओएमआर शीट चेक करने के लिए 10 से 12 मिनट का समय लगेगा, जिसे बार-बार पढ़कर चेक करने की जरूरत नहीं रहेगी। ऐसे में जो परिणाम पहले तीन से चार महीने में बनकर तैयार होता था वह इस बार परीक्षा समाप्त होने तक तैयार हो जाएगा और परिणाम घोषित करना आसान रहेगा।