Corona Warrior: सकारात्मक सोच के साथ पौष्टिक खान-पान से एडवाेकेट गौतम भारद्वाज ने कोरोना काे दी मात
Corona Warrior गौतम ने कहा कि कोरोना होने के बाद मेरे दिमाग में एक ख्याल था कि कोरोना सभी को हो रहा है यदि मुझे हुआ है तो उसमें ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। मैं भी आम लोगों की तरह पूरी तरह से ठीक हो जाऊंगा।
सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़। कोरोना सबसे ज्यादा पीड़ादायक है। बुखार होने के साथ-साथ इंसान को सांस की भी दिक्कत आती है। इस सब के बावजूद यदि इंसान हिम्मत रखता है और खान-पान पर फोकस रखता है तो वह आम बीमारियों की तरह कोरोना से ठीक होकर वापिस रूटीन लाइफ में आ सकता है। यह कहना है एडवोकेट गौतम भारद्वाज का। एडवोकेट गौतम कोरोना से ठीक होकर वापिस काम पर लौट चुके है।
गौतम ने कहा कि कोरोना होने के बाद मेरे दिमाग में एक ख्याल था कि कोरोना सभी को हो रहा है यदि मुझे हुआ है तो उसमें ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। मैं भी आम लोगों की तरह पूरी तरह से ठीक हो जाऊंगा और पहले की तरह रूटीन लाइफ शुरू कर सकता हूं। कोरोना को हराने का पहले साधन मेरा आत्मविश्वास बना। जिसने मुझे अकेला होने के बावजूद भी मानसिक रूप से परेशान नहीं होने दिया।
अस्पताल में डॉक्टर और नर्स पर रखा विश्वास
गौतम ने बताया कि कोरोना के दौरान मेरा बुखार ठीक नहीं हो रहा था। जिसकी वजह से मुझे सांस में थोड़ी परेशानी हो रही थी। उस समय मुझे अस्पताल मे भर्ती होने पड़ा पर मैंने सिर्फ डॉक्टर्स अौर नर्स पर विश्वास रखा। नर्सिंग स्टाफ ने एक भी मुझे यह अहसास नहीं होने दिया कि मैं परिवार से दूर हूं। हर समय हर जरूरत का ध्यान रखा जिसके चलते मैं पूरी तरह से स्वस्थ होकर वापिस काम पर लौट चुका हूं।
उन्होंने कहा कि कोई भी इंसान खुद पर विश्वास और करो ना होने के बाद डॉक्टर के बताए नियमों का पालन करके पूरी तरह से स्वस्थ होकर पहले की तरह सामान्य जीवन शुरू कर सकता है इसके साथ साथ हमें करो ना बचाव के लिए नियमों का पालन करने के साथ ओस्टिक खाना और सकारात्मक सोच रखने की भी जरूरत है।