एडवाइजर साहब ऐसा सड़ा गेहूं कोई अफसर खा सकता है!

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत बांटे जा रहे गेहूं से लोगों की जान से खिलवाड़ हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 08:07 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 08:07 AM (IST)
एडवाइजर साहब ऐसा सड़ा गेहूं कोई अफसर खा सकता है!
एडवाइजर साहब ऐसा सड़ा गेहूं कोई अफसर खा सकता है!

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत बांटे जा रहे गेहूं से लोगों की जान से खिलवाड़ हो रहा है। इस गेहूं का सूरत-ए-हाल कोई देख ले तो इसे जानवरों को खाने के लिए भी न दे। दैनिक जागरण ने गरीबों की भूख से हो रहे इस खिलवाड़ पर पूछता है एडवाइजर साहब ऐसा सड़ा गेहूं क्या कोई अफसर खा सकता है। किसी अधिकारी के स्वजन क्या ऐसा गेहूं खा सकते हैं। जरूरतमंद लोगों से ऐसा मजाक करने वाले अफसरों पर कार्रवाई होगी। इसके लिए जांच कमेटी का गठन होगा। जांच में जिस स्तर पर लापरवाही हुई और जिन अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन सही ढंग से नहीं किया उनका पता लगाया जाएगा। इतना ही नहीं जिन एरिया में खराब गेहूं बांटा गया है उन लाभार्थियों से इसे वापस लेकर दूसरा गेहूं दिया जाएगा। दैनिक जागरण की ओर से उठाए जा रहे खराब गेहूं के मुद्दे पर प्रशासन हरकत में आया। साथ ही भाजपा ने भी प्रधानमंत्री के नाम की इस स्कीम से छवि खराब होते देख संज्ञान लिया। भाजपा के अध्यक्ष अरुण सूद ने एडवाइजर धर्म पाल से मामले में बात की। साथ ही फूड एंड सप्लाई डिपार्टमेंट के अधिकारियों से मीटिग कर कई अहम फैसले कराए।

पब्लिक नोटिस होगा जारी, खराब गेहूं होगा वापस

यूटी गेस्ट हाउस में भाजपा के नेताओं और काउंसलर्स ने फूड एंड सप्लाई डिपार्टमेंट के सेक्रेटरी विनोद पी. कावले, सोशल वेलफेयर सेक्रेटरी निकिता पवार से मीटिग कर पूरे मामले की चर्चा की। भाजपा नेता अरुण सूद के कहने पर निर्णय हुआ कि इंदिरा कॉलोनी, बापूधाम, मौलीजागरां, मलोया, दड़वा और धनास में जहां भी घटिया अनाज वितरण की शिकायत मिली है उसे तुरंत बदला जाएगा। इसके लिए बकायदा पब्लिक नोटिस जारी किया जाएगा। ऑनलाइन मिलेगा राशन कार्ड का फार्म

राशन बांटने के लिए सभी निर्वाचित और मनोनीत पार्षदों को पर्चियां दी जाएंगी। उनकी देखरेख में अनाज वितरण किया जाएगा। सूची से कटने वाले लोगों के नाम पात्रता जांचने के बाद दोबारा जोड़े जाएंगे। राशन कार्ड बनवाने का फार्म ऑनलाइन उपलब्ध होगा। सभी एसडीएम दफ्तरों में ड्रॉप बॉक्स लगाए जाएंगे, जिनमें फार्म भर कर डाले जाएंगे। पात्रता जांच के बाद योग्य मिलने वाले लाभार्थियों को डीबीटी स्कीम के तहत आने वाली स्कीमों में शामिल कर लिया जाएगा।

कोट्स..

1

गरीबों की जान से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। खराब गेहूं बांटने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग प्रशासन ने मान ली है। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी। खराब गेहूं को वापस लिया जाएगा। आगे ऐसा न हो इसके लिए प्रशासन को कई स्तर पर मॉनीटरिग के लिए कहा गया है। भाजपा के संज्ञान पर अधिकारियों से मीटिग में कई फैसले लिए गए हैं।

अरुण सूद, प्रदेशाध्यक्ष, भाजपा।

4

जिस भी स्तर पर लापरवाही हुई है उसकी जांच के बाद कार्रवाई होगी। जिस एजेंसी को डिस्ट्रीब्यूशन का काम सौंपा गया था उसे और फूड एंड सप्लाई इंस्पेक्टर को कारण बताओ नोटिस पहले ही दिया जा चुका है। पंजाब एफसीआइ से सप्लाई होने वाली गेहूं की गुणवत्ता जांचने के लिए दो फूड एंड सप्लाई इंस्पेक्टर को तैनात किया गया है। खराब गेहूं को एजेंसी वापस लेगी। आगे ऐसा नहीं होगा। बांटे गए खराब गेहूं को वापस लिया जाएगा।

विनोद पी. कावले, सेक्रेटरी, फूड एंड सप्लाई।

2

कई दिनों से खराब गेहूं बांटे जाने की शिकायत आ रही है। भाजपा के संज्ञान पर प्रशासन हरकत में आया। लोगों से खराब गेहूं वापस लेकर दोबारा उच्च गुणवत्ता का गेहूं बांटा जाएगा। अब काउंसलर्स को इसके लिए पर्चियां मिलेंगी। उनकी देखरेख में ही गेहूं बंटेगा। इससे मॉनीटरिग उनके स्तर पर भी होगी।

रविकांत शर्मा, मेयर, चंडीगढ़।

3

खराब गेहूं बंटता रहा और प्रशासन के अधिकारी सोते रहे। प्रशासन ने फूड एंड सप्लाई डिपार्टमेंट नहीं संभलता तो नगर निगम को सौंप दे। सड़ा गेहूं बंटने के जिम्मेदार अधिकारियों पर पुलिस केस दर्ज किया जाए। कांग्रेस ने अधिकारियों के सामने यह मामला उठाया। जिन पात्रों के नाम कट गए हैं उन्हें दोबारा जोड़ा जाए।

देवेंदर सिंह बबला, वरिष्ठ कांग्रेस नेता।

chat bot
आपका साथी