सेना में अफसर बनना चाहते हैं तो पढ़ लें ये खबर, महाराजा रणजीत सिंह एएफपीआई इंस्टीट्यूट करेगा मदद

देश की सेना में ऑफिसर बनाने की तैयारी कराने वाले मोहाली स्थित प्रतिष्ठित महाराजा रणजीत सिंह आर्म्ड फोर्सेस प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट ने 2021-22 सत्र में दाखिले का शेड्यूल जारी कर दिया है। यहां पर दाखिले का मतलब सेना में एंट्री को काफी आसान माना जाता है।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 12:12 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 12:12 PM (IST)
सेना में अफसर बनना चाहते हैं तो पढ़ लें ये खबर, महाराजा रणजीत सिंह एएफपीआई इंस्टीट्यूट करेगा मदद
महाराजा रणजीत सिंह आर्म्ड फोर्सेस प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट ने 2021-22 सत्र में दाखिले का शेड्यूल जारी कर दिया है।

चंडीगढ़ [डा. सुमित सिंह श्योराण]। देश की सेना में ऑफिसर बनाने की तैयारी कराने वाले मोहाली स्थित प्रतिष्ठित महाराजा रणजीत सिंह आर्म्ड फोर्सेस प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट ने 2021-22 सत्र में दाखिले का शेड्यूल जारी कर दिया है। मोहाली सेक्टर-77 स्थित इस इंस्टीट्यूट में फौज में जाने के इच्छुक युवाओं को निशुल्क ट्रेनिंग दी जाती है। यहां पर दाखिले का मतलब सेना में एंट्री को काफी आसान माना जाता है। दाखिले के लिए हर साल जबदर्स्त कंपीटीशन रहता है।

युवाओं को एनडीए की ट्रेनिंग के साथ-साथ 11वीं और 12वीं की पढ़ाई भी सीबीएसई बोर्ड से कराई जाती है। ट्रेनिंग, हाॅस्टल का पूरा खर्च इंस्टीट्यूट द्वारा उठाया जाता है। बीते सात सालों में इंस्टीट्यूट से 154 युवा तीनों सेनाओं में आफिसर्स पद पर चयनित हुए हैं। दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में इंस्टीट्यूट डायरेक्टर मेजर जनरल (रिटायर्ड) जीएस ग्रेवाल ने बताया कि 1 दिसंबर 2020 से योग्य कैंडीडेट्स आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के इस खास इंस्टीट्यूट में सिर्फ पंजाब के मूल निवासी युवाओं को दाखिला मिलेगा। 

महाराजा रणजीत सिंह आर्म्ड फोर्सेस प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट मोहाली के डायरेक्टर मेजर जनरल (रिटायर्ड) जीएस ग्रेवाल।

17 जनवरी को होगा एंट्रेंस टेस्ट

दाखिले के लिए 17 जनवरी 2021 को एंट्रेंस टेस्ट आयोजित किया जाएगा। दो घंटे के टेस्ट में कुल 100 आब्जेक्टिव टाइप सवाल पूछे जाएंगे। 40 सवाल अंग्रेजी और 60 सवाल गणित से होंगे। सिलेबस 10वीं क्लास से होगा। एंट्रेंस टेस्ट की मेरिट के बाद मेडिकल, इंटरव्यू और फिटनेस टेस्ट क्लीयर करने पर ही फाइनल चयन होगा। परीक्षा में नेगटिव मार्किंग भी होगी। 

आलराउंडर बनाता है इंस्टीट्यूट

सेक्टर-77 में 10 एकड़ में बने एएफपीआइ में युवाओं को आलराउंडर बनाया जाता है। पढ़ाई के साथ,सभी प्रमुख खेल और इनडोर शूटिंग की भी सुविधा है। यहां पर दो साल तक कैडेट्स को आर्मी की तर्ज पर ट्रेनिंग दी जाती है। पढ़ाई के लिए स्मार्ट क्लासरुम के अलावा शानदार हाॅस्टल और अन्य खेल सुविधाएं उपलब्ध हैं। सेना के नामी आॅफिसर युवाओं को मोटिवेट करने आते हैं। इंस्टीट्यूट में ड्राइवर से लेकर डायरेक्टर तक सभी स्टाॅफ आर्मी बैकराउंड से हैं।

एएफपीआइ में दाखिले संबंधी आवश्यक जानकारी

सीबीएसई, आइसीएसई और पीएसईबी बोर्ड से 10वीं कर रहे लड़के आवेदन कर सकते हैं।

पंजाब के मूल निवासी (डोमिसाइल) होने पर ही आवेदन कर सकते हैं।

एक दिसंबर 2020 से पांच जनवरी 2021 तक आवेदन कर सकते हैं। 

आवेदन सिर्फ आनलाइन इंस्टीट्यूट वेबसाइट http//recruitment-portal.in पर करना होगा।

17 जनवरी 2021 को दाखिले के लिए एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाएगा।

स्टूडेंट की आयु 17 साल से अधिक नहीं हो, जन्म 2 जुलाई 2004 के बाद का हो।

दाखिले संबंधी जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 0160-2258705 या 9041006305 पर 9 से 5 बजे तक संपर्क कर सकते हैं।

पंजाब सरकार ने देश की सेना में आफिसर्स बनने की ट्रेनिंग के लिए खास तौर पर इंस्टीट्यूट को शुरु किया। इंस्टीट्यूट से अभी तक 154 एनडीए में (आफिसर्स) चयन हो चुका है। प्रतिभाशाली युवाओं को इंस्टीट्यूट में निशुल्क एनडीए और यूपीएससी जैसी प्रतिष्ठित सेवाओं की ट्रेनिंग दी जाती है। 2020 में हमारे 19 कैडेट्स का एनडीए में चयन हुआ है। दाखिले के लिए हर साल कंपीटीशन बढ़ता जा रहा है।

-मेजर जनरल (रिटायर्ड) जीएस ग्रेवाल, डायरेक्टर, महाराजा रणजीत सिंह आर्म्ड फोर्सेस प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट मोहाली।

chat bot
आपका साथी