प्रशासन ने तीसरी लहर से निपटने की तैयारी की शुरू

प्रशासन ने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। सेक्टर-45 सिविल अस्पताल को पीडियाट्रिक कोविड वार्ड में तबदील कर दिया गया है। अस्पताल की दूसरी मंजिल पर स्थित गायनी वार्ड को पीडियाट्रिक कोविड वार्ड में तबदील कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 06:43 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 06:43 AM (IST)
प्रशासन ने तीसरी लहर से निपटने की तैयारी की शुरू
प्रशासन ने तीसरी लहर से निपटने की तैयारी की शुरू

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : प्रशासन ने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। सेक्टर-45 सिविल अस्पताल को पीडियाट्रिक कोविड वार्ड में तबदील कर दिया गया है। अस्पताल की दूसरी मंजिल पर स्थित गायनी वार्ड को पीडियाट्रिक कोविड वार्ड में तबदील कर दिया है। कोरोना संक्रमित बच्चों के इस कोविड वार्ड में 38 बेड का जनरल कोविड वार्ड बनाया है। 12 बेड का कोविड आइसीयू वार्ड बनाया गया है। कुल 50 बेड का पीडियाट्रिक कोविड वार्ड तैयार किया गया है। संक्रमित बच्चों को ऑक्सीजन की अगर कमी हो तो लिक्विड ऑक्सीजन सप्लाई की पूरी व्यवस्था की गई है। हर बेड पर ऑक्सीजन की पाइपलाइन के जरिए सप्लाई पहुंचाई गई है।

ईएसआइ रामदरबार में 12 बेड का वार्ड बनाया

ईएसआइ रामदरबार अस्पताल में संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए 12 बेड का कोविड वार्ड बनाया गया है। जरूरत पड़ने पर इस अस्पताल में भी अलग से आइसीयू और जनरल वार्ड में बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी। 50 बेड की व्यवस्था यहां भी कर दी गई है। अभी 12 बेड पर संक्रमित बच्चों को एडमिट किया जा रहा है।

सिविल अस्पताल में बच्चों का एक डॉक्टर, तीन और रखने की तैयारी

सेक्टर-45 स्थित सिविल अस्पताल में बच्चों का अभी एक ही डॉक्टर है।पीडियाट्रिक कोविड वार्ड के शुरु होते ही तीन और डॉक्टर रखने की तैयारी है।इसके अलावा नर्सिंग स्टाफ और बच्चों से जुड़े सभी प्रकार के मेडिकल टेस्ट के लिए लैब स्थापित किया जाएगा।

पीजीआइ में जल्द लगेंगे तीन नए ऑक्सीजन प्लांट

पीजीआइ में जल्द ही तीन नए ऑक्सीजन प्लांट इंस्टाल किए जाएंगे। कोरोना की दूसरी लहर में पीजीआइ में मेडिकल ऑक्सीजन की भारी कमी की वजह से संक्रमण से जूझ रहे मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पीजीआइ में इस समय चार लिक्विड ऑक्सीजन स्टोरेज व्हीकल हैं। इन चारों व्हीकल ऑक्सीजन की स्टोरेज 44 किलो लीटर है। इसके अलावा पीजीआइ के पास छोटे और बड़े कुल मिलाकर 800 ऑक्सीजन सिलेंडर हैं। पीजीआइ में जो तीन नए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे।इन तीनों ऑक्सीजन प्लांट से तीन हजार लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन पैदा होगी।

तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए 22 जून से सीरो सर्वे

पीजीआइ के निदेशक प्रो. जगतराम ने बताया कि 22 जून से शहर में सीरो सर्वे शुरू कर दिया जाएगा। ह सीरो सर्वे बच्चों पर किया जाएगा। सर्वे के माध्यम से यह जानने की कोशिश की जाएगी कि अब तक कितने बच्चे कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। कतने बच्चे इस वायरस का शिकार हुए, लेकिन अब तक उनमें पुष्टि नहीं हुई। सर्वे के जरिए यह जानने की कोशिश की जाएगी कितने बच्चे वायरस से इन्फेक्टेड हुए और कितने बच्चों में एंडीबॉडी मिली। सीरो सर्वे में दो से 18 साल तक के बच्चों को शामिल किया जाएगा। सर्वे में 2400 से 2500 बच्चों को शामिल किया जाएगा।

पीजीआइ में इस समय 12 साल तक के 17 बच्चे हैं एडमिट

पीजीआइ के कोविड वार्ड में इस समय 12 साल तक की उम्र के 17 संक्रमित बच्चों का इलाज चल रहा है। 13 से 39 साल के 47 संक्रमित लोगों का, 40 से 59 साल की उम्र के 77, 60 से 79 साल की उम्र के 47 और 80 साल से अधिक उम्र के एक संक्रमित मरीज एडमिट हैं। पीजीआइ में इस समय 197 संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है कोट्स:-

शहर के सरकारी अस्पतालों के अलावा सेक्टर-45 सिविल अस्पताल को बच्चों के कोविड वार्ड में तबदील कर दिया गया है। बाकी अस्पतालों में पीडियाट्रिक वार्ड में 10 से 20 बेड की संख्या बढ़ाने के लिए कहा गया है। बच्चों को तीसरी लहर से सुरक्षित रखने के लिए अभिभावकों को भी जागरूक किया जा रहा है।

डा. अमनदीप कौर कंग, स्वास्थ्य निदेशक, चंडीगढ़। तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए प्रशासन की कोशिश की है, उससे पहले सभी अभिभावकों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जा सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि जिन घरों में छोटे बच्चे हैं, उस घर में सभी लोगों का टीकाकरण जरूर हो।

अरुण कुमार गुप्ता, स्वास्थ्य सचिव, चंडीगढ़ प्रशासन।

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