चंडीगढ़ में कोरोना मरीज से ओवरचार्चिंग करने वाले हॉस्पिटल पर गिरी गाज, लौटानी होगी ज्यादा वसूली गई राशि

कोरोना महामारी के दौरान इस संकट की घड़ी में मरीजों को लुटने वाले प्राइवेट अस्पतालों के खिलाफ अब कार्रवाई की जा रही है। ऐसे बहुत से प्राइवेट अस्पताल हैं जिनके खिलाफ चंडीगढ़ प्रशासन को ओवरचार्जिंग की शिकायतें मिली हैं।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 10:47 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 10:47 AM (IST)
चंडीगढ़ में कोरोना मरीज से ओवरचार्चिंग करने वाले हॉस्पिटल पर गिरी गाज, लौटानी होगी ज्यादा वसूली गई राशि
कमेटी की जांच में अस्पताल द्वारा ओवरचार्जिंग की पुष्टि हुई है।

विशाल पाठक, चंडीगढ़। कोरोना महामारी के दौरान इस संकट की घड़ी में मरीजों को लुटने वाले प्राइवेट अस्पतालों के खिलाफ अब कार्रवाई की जा रही है। ऐसे बहुत से प्राइवेट अस्पताल हैं, जिनके खिलाफ चंडीगढ़ प्रशासन को ओवरचार्जिंग की शिकायतें मिली हैं। सेक्टर-8 सिटी हॉस्पिटल द्वारा कोरोना संक्रमित मरीज से इलाज के नाम पर ओवरचार्जिंग पाई गई है। एसडीएम सेंट्रल की नेतृत्व में बनाई गई कमेटी ने सिटी हॉस्पिटल को मरीज से की 66 हजार रुपये की ओवरचार्जिंग वापस लौटाने के आदेश दिए हैं। कमेटी ने सिटी हॉस्पिटल के खिलाफ फैसला देकर 10 दिन में मृतक मरीज के स्वजनों को राशि लौटाने के लिए कहा है। डायरेक्टर हेल्थ सर्वेसेस को मृतक संक्रमित मरीज के परिवार से संपर्क कर सिटी हॉस्पिटल से 66 हजार रुपये की ओवरचार्जिंग दिलाने के लिए कहा है। जानकारी के अनुसार एक महिला ने सिटी हॉस्पिटल के खिलाफ मृतक पति से कोरोना के इलाज के नाम पर ओवरचार्जिंग की शिकायत की थी।

शिकायतकर्ता महिला निशी डडवाल ने 21 अप्रैल को कोविड पॉजिटिव अपने पति देविंदर डडवाल को सेक्टर-8 के सिटी हॉस्पिटल में एडमिट कराया था। महिला ने बताया कि उनके पति को ऑक्सीजन की सुविधा व इलाज के नाम पर करीब एक लाख रुपये का बिल बना दिया। पांच दिन तक जब उनके पति के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ। सिटी हॉस्पिटल ने उनके पति को गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच-32) रेफर कर दिया गया।

जीएमसीएच-32 में एडमिट कराते ही हो गई मौत

निशी डडवाल ने अपनी शिकायत में सिटी हॉस्पिटल पर आरोप लगाया था कि पांच दिन तक ढंग से इलाज न देने के कारण जब उनके पति को 26 अप्रैल को जीएमसीएच-32 रेफर किया गया। जीएमसीएच-32 में एडमिट करने के एक से दो घंटे बाद ही उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। सिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने महिला के मृतक पति को पांच दिन तक अपने पास इलाज के लिए रखा, लेकिन कोई रिकवरी नहीं हुई। इसके बाद जब जीएमसीएच-32 रेफर करने को कहा गया, तो उन्होंने लाखों का बिल उनके हाथ में पकड़ा दिया।

हीलिंग टच हॉस्पिटल ने की थी 91 हजार की ओवरचार्जिंग

हीलिंग टच हॉस्पिटल ने एक कोरोना संक्रमित मरीज से इलाज के नाम पर 3 लाख 69 हजार रुपये वसूल किए थे। एसडीएम ने जब शिकायत पर मामले की जांच की तो पाया असल में मरीज के इलाज पर दो लाख 78 हजार रुपये खर्च हुए थे। शिकायकर्ता कुनाल सोनी ने एसडीएम को शिकायत दी थी। उन्होंने अपने पिता को संक्रमित होने पर इलाज के लिए हीलिंग टच अस्पताल में एडमिट कराया था। इस मामले में एसडीएम साउथ ने हीलिंग टच हॉस्पिटल को मरीज को 91 हजार रुपये लौटाने के आदेश दिए थे।

इन प्राइवेट अस्पताल को भेजा गया है नोटिस

प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग की ओर से मरीजों से अधिक शुल्क वसूलने पर छह प्राइवेट अस्पतालों को नोटिस किया गया था।इन अस्पतालों में सिटी हॉस्पिटल, संतोख हॉस्पिटल, ईडन हॉस्पिटल, केयर हॉस्पिटल, मुकट हॉस्पिटल और हीलिंग हॉस्पिटल शामिल है।इन अस्पतालों में सबसे ज्यादा शिकायत ईडन हॉस्पिटल के खिलाफ आई हैं।अकेले ईडन अस्पताल के खिलाफ ही सात से आठ शिकायतें हैं।

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