Accident In Chandigarh: चंडीगढ़ में फॉर्च्यूनर और होंडा कार में टक्कर, वाहनों को उड़े परखच्चे, एक की मौत
चंडीगढ़ के सेक्टर-8 और 9 के लाइट प्वाइंट पर वीरवार देर रात करीब 11 बजे फार्च्यूनर और होंडा कार के बीच जोरदार टक्कर हो गई। इस हादसे में एक की मौत और पांच लोग घायल हो गए हैं। जोरदार टक्कर में दोनों वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
चंडीगढ़, जेएनएन। Accident In Chandigarh: चंडीगढ़ में वीरवार देर रात 11:10 बजे सेक्टर-8,9 के प्रेस लाइट प्वाइंट पर तेज रफ्तार पंजाब नंबर (पीबी 46 एसी 9393) की फॉर्च्यूनर और चंडीगढ़ नंबर की होंडा कार (सीएच 01 बीए 2259) में जबरदस्त टक्कर हो गई। हादसे में दोनों गाड़ियों में सवार पांच लोग घायल हो गए। जिन्हें जीएमएसएच सेक्टर-16 में भर्ती करवाया गया। हादसे में होंडा कार की पिछली सीट पर बैठे एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की पहचान सेक्टर-27 में रहने वाले करण के तौर पर हुई है।
प्रत्यक्षदर्शी अर्जुन कुमार ने बताया कि होंडा कार सेक्टर-17 की तरफ से सुखना लेक की तरफ जा रही थी। जबकि पंजाब नंबर की फॉर्च्यूनर कार दूसरे साइड से आ रही थी। इसी बीच प्रेस लाइट प्वाइंट पर दोनों गाड़ियों में जबरदस्त टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि फॉर्च्यूनर पलट कर लाइट के पोल से जा टकराई और दोनों वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। जिस वक्त हादसा हुआ उस दौरान फॉर्च्यूनर में तीन और होंडा कार में दो लोग सवार थे जो घायल हो गए। घायलों को तत्काल निजी वाहन में अस्पताल में भर्ती करवाया गया। सूचना पाकर जांच अधिकारी असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर राजेंद्र कुमार पुलिस टीम के साथ पहुंच गए थे। पुलिस अधिकारी मृतक और घायलों के बारे में जानकारी जुटाने में लगे हुए थे। होंडा कार की पिछली सीट पर बैठे करण की मौत की पुष्टि जांच अधिकारी एएसआइ ने की है।
हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस की गाड़ी।
ट्रैफिक नियमों की अनदेखी हादसों का बड़ा कारण
सिटी ब्यूटीफुल में नियम तोड़ने की वजह से सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं। लोगों की जान चली जाती है। जल्दबाजी करने वाले अक्सर वाहन चालक रेड लाइट को नजरअंदाज कर जाते हैं। चंडीगढ़ में रेड लाइट जंप करने का मतलब है सीधे मौत को न्योता देना। शहर में चार फीसद सड़क हादसों में मौत रेड लाइट जंप करने की वजह से हुई है। पुलिस आंकड़ों के अनुसार 92 फीसद सड़क हादसों की वजह तेज रफ्तार में ड्राइविंग है। इसके अलावा नशा में ड्राइविंग से तीन और रांग साइड ड्राइविंग से एक फीसद लोगों की मौत दर्ज हुई है।