स्वच्छ सर्वेक्षण में पिछड़ने पर AAP चंडीगढ़ ने मेयर और निगम कमिश्नर को बताया जिम्मेदार, कहा- इनके दफ्तर के बाहर लगें नॉन-कंप्लांयस के बोर्ड
भारद्वाज ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि प्रशासन सेक्टर-48 49 और 50 की चार हाउसिंग सोसायटीज को कचरे का सही निपटारा न करने के लिए जिम्मेदार बता रहा है और इन सोसायटीज को बदनाम करने के लिए इनके गेट पर नॉन-कंप्लांयस सोसायटी के बोर्ड लगाने जा रहा है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी (AAP Chandigarh) के वार्ड नंबर-35 के प्रभारी संदीप भारद्वाज ने स्वच्छता सर्वेक्षण में चंडीगढ़ के पिछड़ने पर मेयर और निगम अधिकारियों को जिम्मेदार बताया है। संदीप भारद्वाज ने आरोप लगाया है कि मेयर रविकांत शर्मा और कमिश्नर अनिंदिता मित्रा शहर की सफाई व्यवस्था को कायम रखने का कारण शहर के नाकाम मेयर और अफसर हैं। इनकी नाकामी के कारण ही सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ शहर सफाई के मामले में 66वें नंबर पर पहुंच गया है। इसलिए नगर निगम को सबसे पहले मेयर रविकांत शर्मा और नगर निगम कमिश्नर आनिंदिता मित्रा के दफ्तर के बाहर नॉन-कंप्लांयस अफसर के बोर्ड लगाने चाहिए।
हालांकि नगर निगम और प्रशासन मिलकर इसके लिए लोगों को जिम्मेदार बता रहा है। भारद्वाज ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि प्रशासन सेक्टर-48, 49 और 50 की चार हाउसिंग सोसायटीज को कचरे का सही निपटारा न करने के लिए जिम्मेदार बता रहा है और इन सोसायटीज को बदनाम करने के लिए इनके गेट पर नॉन-कंप्लांयस सोसायटी के बोर्ड लगाने जा रहा है। भारद्वाज ने कहा कि अगर प्रशासन या नगर निगम का कोई भी कर्मचारी या अधिकारी ऐसा करने के लिए यहां आया तो हम उनका खुलकर विरोध करेंगे।
भारद्वाज ने कहा कि पहले तो नगर निगम ने मेडिकल ऑफिसर ऑफ हेल्थ अमृत वड़िंग को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें रीपैट्रिएट कर दिया। अब अपनी लापरवाही लोगों पर थोप रहे हैं। भारद्वाज ने कहा कि आम आदमी पार्टी शहर के लोगों और हाउसिंग सोसायटीज के साथ हैं और नगर निगम के तानाशाहीपूर्ण रवैये के खिलाफ खड़े होंगे। मालूम हो कि इस समय स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछड़ने का मामला गरमाया हुआ है। कांग्रेस भी भाजपा की कारगुजारी पर सवाल खड़ा कर रही है। विपक्षी दल इसे भाजपा के खिलाफ चुनावी मुद्दा बनाने में लगे हुए हैं।