चंडीगढ़ में धारा 144 लगाने पर बिफरी आम आदमी पार्टी, प्रेम गर्ग बोले- यह जनता की आवाज दबाने की कोशिश

चंडीगढ़ में धारा 144 लागू किए जाने का आम आदमी पार्टी ने विरोध जताया है। आप संयोजक प्रेम गर्ग ने प्रशासन के इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बतााया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन का यह फैसला लोगों की आवाज दबाने के लिए लिया गया है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 10:48 AM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 10:48 AM (IST)
चंडीगढ़ में धारा 144 लगाने पर बिफरी आम आदमी पार्टी, प्रेम गर्ग बोले- यह जनता की आवाज दबाने की कोशिश
आप ने धारा 144 लगाने का विरोध जताया है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। शहर में धारा-144 लागू कर दी गई है। इसका मुख्य कारण शहर में इन दिनों हो रहे घरने प्रदर्शन हैं। मोटर मार्केट सेक्टर-48 में बीते सप्ताह भाजपा नेताओं के साथ हुई हिंसा की घटना के बाद प्रशान ने यह फैसला लिया है। 

इस फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने कई सवाल खड़े किए हैं। चंडीगढ़ में धारा 144 लागू करने पर सवाल उठाते हुए आप संयोजक प्रेम गर्ग ने कहा कि हम दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निंदा करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप भाजपा नेताओं के साथ हिंसा हुई। आप की मांग है कि असली दोषियों की पहचान की जाए और उनके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाए। पूरे चंडीगढ़ में धारा 144 लागू करने की जरूरत नहीं है।

प्रेम गर्ग ने कहा कि राजनीतिक दलों और अन्य संगठनों को विशेष रूप से दिसंबर में होने वाले निगम चुनाव के मद्देनजर, विरोध, शांतिपूर्ण बैठकें और रैलियां करने का अधिकार है। हजारों लोगों के बड़े जमावड़े के लिए सेक्टर 25 का रैली ग्राउंड बनाया गया है। छोटी सभाएं या विरोध प्रदर्शन रैली ग्राउंड में करने को वाध्य करना सर्वथा अन्याय है। राजनीतिक दल और अन्य सामाजिक संगठन जनता का ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रदर्शन करते हैं और दुनिया भर के हर शहर में इस तरह के प्रदर्शन सार्वजनिक सथानों पर जैसा कि दिल्ली में जंतर मंतर या न्यूयॉर्क में टाइम स्क्वायर जैसे केंद्रीय स्थानों पर होते हैं। 

आप संयोजक ने कहा कि कानून और व्यवस्था के मुद्दे की आड़ में जनता को शांतिपूर्ण विरोध करने के अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता, जो प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी है। दुनिया भर के हर शहर में केंद्रीय स्थानों पर विरोध और रैलियां आयोजित की जाती हैं। शहर के बाहरी इलाके में विरोध या रैली निकालने का कोई मतलब नहीं है। प्रशासन और नगर की विफलताओं को लगभग सभी मोर्चों पर उजागर करने वाले विपक्षी दलों और विभिन्न संगठनों की आवाज को दबाने के लिए प्रशासन द्वारा इस तरह का प्रतिबंध लगाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। चंडीगढ़ प्रशासन को छोटे विरोध प्रदर्शनों के लिए सेक्टर-17 के मटका चौक, प्लाजा, प्रदर्शनी मैदान सेक्टर 34 जगह निर्धारित करनी चाहिए। शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना लोकतंत्र और एक स्वतंत्र समाज का एक अंग है।

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