व्यापार मंडल की सलाह, चंडीगढ़ में लागू हो ऑड-ईवन सिस्टम

प्रशासन की ओर से गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानें बंद करने के फैसले पर व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने सलाहकार मनोज परिदा के साथ बुधवार को बैठक की। इस मौके पर कमिश्नर केके यादव भी मौजूद रहे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 06:23 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 06:23 AM (IST)
व्यापार मंडल की सलाह, चंडीगढ़ में लागू हो ऑड-ईवन सिस्टम
व्यापार मंडल की सलाह, चंडीगढ़ में लागू हो ऑड-ईवन सिस्टम

जासं, चंडीगढ़ : प्रशासन की ओर से गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानें बंद करने के फैसले पर व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने सलाहकार मनोज परिदा के साथ बुधवार को बैठक की। इस मौके पर कमिश्नर केके यादव भी मौजूद रहे। व्यापार मंडल के अध्यक्ष चरणजीव सिंह ने कहा कि इस समय लगाई जा रही पाबंदियों से व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है। इस मौके पर सरंक्षक अनिल वोहरा, महासचिव संजीव चढ्ढा और कमलजीत पंछी भी मौजूद रहे। व्यापार मंडल ने सलाहकार के अलावा भाजपा के पूर्व अध्यक्ष संजय टंडन को भी ज्ञापन पत्र सौंपा है।

बैठक में व्यापारियों ने सलाहकार से मांग की कि जिस तरह से बैंकों और कार्यालयों में 50 फीसद के स्टॉफ के साथ उन्हें काम करने की मंजूरी दी हुई है उसी तरह से व्यापारियों को भी काम करने की मंजूरी दी जाए।व्यापार मंडल के अध्यक्ष चरणजीव सिंह ने कहा कि गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानें खोलने की भी मंजूरी दी जाए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है। पिछले साल लगे लाकडाउन का असर अभी अर्थव्यवस्था पर पड़ा हुआ है। ऊपर से फिर सख्तियां बढ़ाने के बाद नुकसान बढ़ता जा रहा है।

अनिल वोहरा ने कहा कि गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानें बंद करने की बजाय इस तरह का सिस्टम बनाया जाए कि सभी को दुकानें खोलने की मंजूरी मिले। उन्होंने कहा कि ऑड - ईवन का सिस्टम लागू करना चाहिए, ताकि सभी जरूरी और गैर जरूरी वस्तुओं को बचने वाले दुकानदारों को बराबर काम करने का अधिकार मिले। व्यापार मंडल के महासचिव संजीव चड्ढा ने कहा कि कोरोना के कारण ग्राहक पहले से बाजारों में कम आ रहे हैं। शहर के सभी दुकानदार कोरोना के सभी नियमों का पालन कर रहे हैं। व्यापारी बाजार में आने वाले लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं। कमलजीत पंछी ने सलाहकार को कहा कि व्यापारियों को बिजली, पानी और प्रापर्टी टैक्स का भुगतान करने वाले बिलों में छूट देनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि दुकानदारों को काफी किराया भी देना पड़ता है। कर्मचारियों को वेतन भी देना पड़ता है। व्यापार मंडल का दावा है कि सलाहकार ने सभी को सुनने के बाद आश्वासन दिया कि आने वाले दिनों में राहत के कदम उठाए जाएंगे।

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